छपरा / सदर : सारण के डीडीसी सह जिला पर्षद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रविकांत तिवारी के जिला पर्षद स्थित कार्यालय में निगरानी की टीम ने पहुंच कर घंटों छापेमारी की. छापेमारी की वजह डीडीसी द्वारा नियमों को ताक पर रख कर अवकाशप्राप्त कनीय अभियंता गजेंद्र कुमार पांडेय की नियुक्ति तथा पूर्व जिला पर्षद अध्यक्ष मेहनाज खातून को नियमों को ताक पर रख कर उनके वाहन के तेल खर्च में भारी राशि का भुगतान करना है. मालूम हो कि पूर्व के डीडीसी रमण कुमार, राजीव रौशन के द्वारा मामले पर भुगतान पर रोक लगा दी गयी थी.
निगरानी के डीएसपी अंबरीष कुमार सिंह ने कम-से-कम पांच से छह घंटे जिला पर्षद के मुख्य भवन स्थित डीडीसी कार्यालय में जिला अभियंता, डीएन दत्ता व अन्य कर्मियों से विभिन्न फाइलों को मंगा कर अवलोकन किया. निगरानी डीएसपी ने बताया कि दो माह पूर्व इस संबंध में विभाग को शिकायत मिली थी.
डीडीसी रविकांत तिवारी के आवास पर सोमवार की रात विशेष निगरानी टीम के द्वारा छापेमारी कर लगभग दो लाख 40 हजार रुपये जब्त किये जाने की सूचना है. निगरानी ने घंटों डीडीसी के आवास को खंगाला. ऐसा माना जा रहा है कि सीवान में डीडीसी रहने के दौरान इनके विरुद्ध निगरानी में शिकायत गयी थी. इसके बाद ही विजलेंस की टीम ने छापेमारी कर राशि व कुछ अन्य कागजात भी जब्त किये हैं. दूसरी तरफ इस संबंध में पूछे जाने पर डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रविकांत तिवारी ने कहा कि निगरानी के द्वारा जब्त किये गये रुपये उनके व्यक्तिगत हैं.