ऑपरेशन में थ्रीडी लैप्रोस्कोपी की बढ़ी उपयोगिता : डॉ एमपी सिंह

ऑपरेशन में थ्रीडी लैप्रोस्कोपी की बढ़ी उपयोगिता : डॉ एमपी सिंह नोट: फोटो 25 सीएचपी डॉक डॉ एमपी सिंह.संवाददाता, छपरा (सारण).ऑपरेशन में लैप्रोस्कोपी थ्रीडी की उपयोगिता काफी तेजी से बढ़ रही है. उक्त बातें डॉ एमपी सिंह ने गुड़गांव में आयोजित पांच दिवसीय ऑल इंडिया सर्जन कांफ्रेंस में बोलते हुए कही. लैप्रोस्कोपी में थ्रीडी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2015 6:23 PM

ऑपरेशन में थ्रीडी लैप्रोस्कोपी की बढ़ी उपयोगिता : डॉ एमपी सिंह नोट: फोटो 25 सीएचपी डॉक डॉ एमपी सिंह.संवाददाता, छपरा (सारण).ऑपरेशन में लैप्रोस्कोपी थ्रीडी की उपयोगिता काफी तेजी से बढ़ रही है. उक्त बातें डॉ एमपी सिंह ने गुड़गांव में आयोजित पांच दिवसीय ऑल इंडिया सर्जन कांफ्रेंस में बोलते हुए कही. लैप्रोस्कोपी में थ्रीडी के महत्व पर चर्चा करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि छोटे से बड़े सभी तरह के ऑपरेशन में इसका महत्व काफी बढ़ा है. देश व दुनिया में सामाजिक -आर्थिक बदलाव और तेज रफ्तार जिंदगी की चर्चा करते हुए उन्हांेने कहा कि आज न तो, मरीज अधिक समय तक बेड पर रहना चाहता है और ना ही मरीजों के परिजनों के पास इतना अधिक समय है. मरीज और मरीज के परिजन भी किसी भी बीमारी का निदान कम से कम समय में चाहते हैं. ऐसा नहीं है कि यह केवल शहरी और संभ्रांत परिवार के लोग चाहते हैं, बल्कि गांव के गरीब तबका भी यही चाहता है. दरअसल बेड पर पड़ा मरीज भी जल्द स्वस्थ होकर अपने काम-काज में जुट जाना चाहता है. डॉ सिंह ने कहा कि थ्रीडी लेप्रोस्कोपी से ऑपरेशन करने में मरीजों के खुन नहीं गिरता है और मात्र एक छोटे से छिद्र के माध्यम से मरीजों का सफल ऑपरेशन हो रहा है जिसमें मरीजों के जान की जोखिम कम है और किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा कम रहता है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के 72 घंटे में मरीजों को अस्पताल से मुक्त कर दिया जा रहा है. बिना-चीड़ा टांका के ऑपरेशन से मरीजों के शरीर पर दाग नहीं दिखता है. कांफ्रेस में डॉ नीला सिंह ने भी थ्री डी लेप्रोस्कोपी पर चर्चा की और कहा कि महिलाएं कामकाजी हो या गृहणी सभी कम से कम समय में ऑपरेशन के अस्पतल से जल्द छुट्टी चाहती हैं. 2017 में पटना में होगा कांफ्रेंस :ऑल इंडिया सर्जन का अगला कांफ्रेंस 2017 में होगा. इसका आयोजन स्थल बिहार की राजधानी पटना को चुना गया है.

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