अपहृत किशोरियों के मामले शीघ्र निबटाएं

छपरा (सारण) : किशोरियों के अपहरण तथा लापता होने के लंबित मामलों को एसपी सत्यवीर सिंह ने गंभीरता से लिया है. पांच वर्षों के अंदर दर्ज किशोरियों के अपहरण तथा लापता होने के मामले में की गयी कार्रवाई का विस्तृत ब्योरा तलब किया है. सभी थानध्यक्षों को इस आशय का दिशा-निर्देश एसपी ने दिया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2016 3:12 AM

छपरा (सारण) : किशोरियों के अपहरण तथा लापता होने के लंबित मामलों को एसपी सत्यवीर सिंह ने गंभीरता से लिया है. पांच वर्षों के अंदर दर्ज किशोरियों के अपहरण तथा लापता होने के मामले में की गयी कार्रवाई का विस्तृत ब्योरा तलब किया है. सभी थानध्यक्षों को इस आशय का दिशा-निर्देश एसपी ने दिया है.

अपहृत तथा लापता किशोरियों की बरामदगी नहीं होने के कारण भी स्पष्ट करने का निर्देश दिया है. खास कर 18 वर्ष से कम उम्र की किशोरियों से जुड़े मामलों में कंडिकावार रिपोर्ट तलब किया है. सभी मामलो में अनुसंधान की स्थिति और अनुसंधान के दौरान मिली जानकारी भी मांगी गयी है. कौन-कौन मामला किन-किन पदाधिकारियों के स्तर पर लंबित है, यह भी जानकारी देने को कहा गया है.

हरकत में आये पुलिस पदाधिकारी : किशोरियों के अपहरण तथा लापता होने के दर्ज मामलों के अनुसंधानकर्ता हरकत में आ गये हैं. अनुसंधान की प्रक्रिया में तेजी आयी है. मामलों को लंबित रखनेवाले पुलिस पदाधिकारियों की बेचैनी बढ़ गयी है. पुलिस पदाधिकारियों ने किशोरियो के मोबाइल का सीडीआर निकाल कर उनकी तलाश शुरू कर दी है और उनके अपहरण में संलिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी की कवायद तेज कर दी है.
हाे सकती है कार्रवाई : मामलों के अनुसंधान तथा किशोरियों को बरामद करने एवं अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने में लापरवाही बरतनेवाले पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है, जिसको लेकर उनकी बेचैनी बढ़ गयी है. कार्रवाई के भय से अनुसंधानकर्ताओं की सक्रियता बढ़ गयी है और ठंडे बस्ते में पड़े मामले फिर से खुल गये हैं. पुलिस पदाधिकारियों ने जांच व अनुसंधान की गति तेज कर दी है.
समीक्षा कर होगी कारवाई : किशोरियों के अपहरण तथा लापता होने के लंबित मामले की समीक्षा कर कार्रवाई की जायेगी. सभी थानों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर सभी मामलों की विवेचना की जायेगी. खास कर सबसे अधिक समय से लंबित मामलों को गंभीरता से लिया गया है. इस तरह के मामलों के अनुसंधान व बरामदगी के उपाय किये जायेंगे. इसके लिए जरूरत पड़ी, तो विज्ञापन भी छपवाये जायेंगे और विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कर लापता किशोरियों के बारे में जानकारी जुटायी जायेगी.

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