खनुआ नाले के 70 फीसदी हिस्सों की अबतक नहीं हुई उड़ाही

शहर के अधिकतर इलाकों में खनुआ नाला जाम है. इसके 70 फीसदी हिस्सों की उड़ाही नहीं हुई है. शहर से बाहर नाले के जितने भी अप्रोच निकले हैं लगभग सभी अभी बंद हैं. कई जगहों पर तो नाले पर स्थायी अतिक्रमण है. ग्रामीण क्षेत्र के नहर व चंवर से कनेक्टिविटी बंद रहने के कारण बरसात में नगर निगम के सामने शहर को जलजमाव से मुक्त कराने की चुनौती रहेगी. शहर के सांढा के पास खनुआ का कनेक्शन जाम है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2024 7:55 PM

छपरा. शहर के अधिकतर इलाकों में खनुआ नाला जाम है. इसके 70 फीसदी हिस्सों की उड़ाही नहीं हुई है. शहर से बाहर नाले के जितने भी अप्रोच निकले हैं लगभग सभी अभी बंद हैं. कई जगहों पर तो नाले पर स्थायी अतिक्रमण है. ग्रामीण क्षेत्र के नहर व चंवर से कनेक्टिविटी बंद रहने के कारण बरसात में नगर निगम के सामने शहर को जलजमाव से मुक्त कराने की चुनौती रहेगी. शहर के सांढा के पास खनुआ का कनेक्शन जाम है. जिस कारण मोहन नहर, मौन, सांढा रोड, कचहरी रोड व सरकारी बाजार के इलाके से नाले पानी नहीं निकल रहा है. वहीं सांढा खेमाजी टोला व ओवरब्रिज के नीचे भी दर्जनों जगहों से गुजर रहे खनुआ के अप्रोच पूरी बंद है. गुदरी व राजेंद्र कॉलेज के आसपास के मुहल्लों के नालों की भी यही स्थिति है. इन इलाकों के नाले रेलवे लाइन के नीचे से होकर बिनटोली के इलाकों में जाते हैं. हालांकि यहां भी नालों के मुख्य कनेक्शन बंद होने से पानी नहीं निकल रहा है. शहर से होकर खनुआ नाले के दर्जनों अप्रोच आसपास के खेतों व चंवर में जाते हैं. जगदम कॉलेज के पास से होकर जाने वाले आधा दर्जन से अधिक बड़े नालों के अप्रोच बंद हैं. कुछ पर तो अतिक्रमण भी कर लिया गया है. हालांकि इस रूट से गुजर रहा खनुआ नाला आगे जाकर दहियांवा टोला व बिनटोली चंवर में मिलता है. जहां कई जगहों पर नाले पर अतिक्रमण कर लिया गया है. शहर के कई इलाकों में खनुआ नाले से सटे अतिक्रमण कर लिया गया है. वहीं मुहल्लों से जुड़े छोटे नालों पर भी अतिक्रमण है. इस संदर्भ में नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही सभी वार्डों के वार्ड पार्षदों तथा नगर निगम की सफाई एजेंसी के साथ बैठक की गयी. शहर के जिन जगहों पर खनुआ नाला बंद है या शहर से बाहर की जितनी भी कनेक्टिविटी है, वहां नालों की उड़ाही कराने तथा अतिक्रमण हटाने को लेकर अभियान चलाये जाने पर सहमति बनी है. इस समय शहर के मध्य भाग में सभी पुराने नालों पर से स्लैब हटाकर उड़ाही करायी जा रही है. जल्द ही साढ़ा तथा शहर के उत्तरी क्षेत्र के जितने भी खनुआ के कनेक्शन हैं, वहां जेसीबी लगाकर उड़ाही का कार्य कराया जायेगा. वैसे छोटे नाले जिनकी कनेक्टिविटी खनुआ से है और वह बंद हो चुके हैं, उसे भी खोला जा रहा है.

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