जिले में आठ डिग्री पर पहुंचा पारा
प्रशासन ने की अलाव की व्यवस्था, नाइट शेल्टर का लाभ नहीं मिल रहा बेघरों को छपरा (सदर) : जिला पूरी तरह से शीतलहर की चपेट में है. गुरुवार को न्यूनतम तापमान बुधवार की अपेक्षा घट कर आठ डिग्री पर पहुंच गया. वहीं, अधिकतम तापमान 18 डिग्री के आसपास रहा. प्रशासन के द्वारा जिले में 46 […]
प्रशासन ने की अलाव की व्यवस्था, नाइट शेल्टर का लाभ नहीं मिल रहा बेघरों को
छपरा (सदर) : जिला पूरी तरह से शीतलहर की चपेट में है. गुरुवार को न्यूनतम तापमान बुधवार की अपेक्षा घट कर आठ डिग्री पर पहुंच गया. वहीं, अधिकतम तापमान 18 डिग्री के आसपास रहा. प्रशासन के द्वारा जिले में 46 जगहों पर अलाव जलाये जाने का दावा किया जा रहा है. उधर, जिले में एक से आठ तक कक्षा तक के सरकारी व निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की कक्षाएं 23 जनवरी तक स्थगित किये जाने के कारण सड़कों पर बच्चों की संख्या काफी कम रही.
बुधवार को न्यूनतम तापमान 10 डिग्री अंकित किया गया था. हालांकि लगातार तीसरे दिन सूर्य की रोशनी दिखाई नहीं देने के कारण ठंड का असर दिखा. हर जगह लोग ठंड से ठिठुरते दिखे. सड़काें पर काफी कम लोग दिखे. वहीं, बच्चों को घरों में दुबकने के लिए विवश होना पड़ा. प्रशासन के द्वारा अलाव की व्यवस्था किये जाने की चर्चाएं भी आम लोगों में दिखीं.
उधर, डीएम दीपक आनंद ने सभी कार्यपालक पदाधिकारियों एवं सीओ को प्रतिदिन अलाव से संबंधित प्रतिदिन प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है.
नाइट शेल्टर का लाभ नहीं मिल रहा बेघरों को : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में छपरा नगर पर्षद कार्यालय परिसर में पुरुष एवं महिला बेघरों एवं गरीबों को आपदा की स्थिति में राहत दिलाने के लिए नाइट शेल्टर की स्थापना की गयी है. इसमें पुरुषों एवं महिलाओं को अलग-अलग सुविधायुक्त कमरे की व्यवस्था है,
जहां उन्हें ओढ़ने एवं बिछाने के लिए भी व्यवस्था नगर पर्षद को करनी है. हालांकि नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अंजय कुमार राय कहते हैं कि नाइट शेल्टर में रहने के लिए कोई भी बेघर नहीं आ रहा है. उन्होंने बेघरों से नाइट शेल्टर में आकर रहने की अपील भी की. हालांकि, दूसरी ओर आम जनों में आज भी चर्चा है कि नाइट शेल्टर में गरीबों के लिए आपदा की स्थिति में सुविधा उपलब्ध कराने के बदले दोनों कमरों में से एक में शिक्षक नियोजन कार्यालय तथा दूसरे में नगर पर्षद का कार्यालय चल रहा है.
वहीं, विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशिक्षण कोषांग का उपयोग होनेवाले इस नाइट शेल्टर के एक कमरे में चुनाव प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न सामग्रियां पड़ी हुई हैं. लोगों का आरोप है कि नगर पर्षद प्रशासन चाहे जो भी दावा करे, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चालू किये गये इस नाइट शेल्टर का लाभ इन बेघरों को नहीं मिल रहा है.
बदलते मौसम से फसलों को राहत, मंडियों में कीचड़ : रबी मौसम के दौरान पहली बार हुई बारिश को लेकर किसानों में उम्मीद जगी है. मंगलवार एवं बुधवार को हुई थोड़ी-थोड़ी बारिश के बावजूद किसानों की अधिकतर फसलों को फायदा हुआ है. वहीं, किसानों को भी सिंचाई लागत, बचत का लाभ मिला है, जिससे किसान आशान्वित हैं.
वहीं, शहर की विभिन्न मंडियों यथा साढ़ा ढाला से योगिनिया कोठी, साढ़ा ढाले से मौना चौक होते जीपीओ की ओर जानेवाली सड़क, सरकारी बाजार, करीमचक, गांधी चौक से मौना चौक जानेवाली सड़कों पर भारी कीचड़ के कारण राहगीरों एवं व्यवसायियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.