सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाना चुनौती
मांझी (सारण) : मांझी में सरकारी जमीन पर से अतिक्रमण हटाना प्रशासन के लिए चुनौती बन गयी है. प्रशासन की आखों के सामने प्रखंड मुख्यालय के आसपास की सरकारी जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. दलन सिंह हाइ स्कूल से लेकर मियां पट्टी तक सड़क की दोनों तरफ सरकारी जमीनों पर लोगों ने […]
मांझी (सारण) : मांझी में सरकारी जमीन पर से अतिक्रमण हटाना प्रशासन के लिए चुनौती बन गयी है. प्रशासन की आखों के सामने प्रखंड मुख्यालय के आसपास की सरकारी जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है.
दलन सिंह हाइ स्कूल से लेकर मियां पट्टी तक सड़क की दोनों तरफ सरकारी जमीनों पर लोगों ने अतिक्रमण कर स्थायी दुकान बना ली है. इसी तरह ताजपुर में भी सड़क की दोनों तरफ लोगों ने अतिक्रमण कर दुकान बना ली है. लेकिन आज तक प्रशासन ने इनके विरुद्ध कोई कारवाई नहीं की है.
आदेश के बाद भी आज तक नहीं हटा अतिक्रमण : तीस वर्षों पुराने सरकारी आदेश के बाद भी आज तक अतिक्रमण हटाने में मांझी प्रशासन पूरी तरह नाकाम रही.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मांझी के अंचलाधिकारी ने लगभग 30 वर्षों पूर्व संत धरनी दास गांव में सड़क पर किये गये अतिक्रमण को 24 घंटे में हटाने का आदेश दिया था. लेकिन, आज तक सड़क पर से नहीं हटा अतिक्रमण. प्रशासन की लापरवाही के चलते कई जगहों पर अतिक्रमण हो गया है. इसके चलते हमेशा दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
आंदोलन के बाद प्रशासन आया हरकत में : 17 जनवरी की रात में जयप्रभा एप्रोच मार्ग पर एक अनियंत्रित ट्रक में शिक्षक को कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी. मौत होने के बाद ग्रामीणों ने रोड जाम कर एक सप्ताह में अंदर प्रशासन से अतिक्रमण हटाने की जिद पर अड़े रहे.
बाद में प्रशासन ने ग्रामीणों को अाश्वस्त किया कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जायेगा. अब मांझी प्रशासन ने सभी अतिक्रमणकारियों को एक सप्ताह के अंदर सरकारी जमीन को खाली करने का फरमान जारी कर दिया है.