तीन निजी सुरक्षा एजेंसियों पर केस
प्रावधान के अनुसार नहीं था लाइसेंस छपरा (सारण) : अवैध ढंग से निजी सुरक्षा एजेंसी चलानेवालों की अब खैर नहीं. सरकार के निर्देश पर गैर लाइसेंसी निजी सुरक्षा एजेंसियों पर नकेल कसने की प्रक्रिया तेज हो गयी है. पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह के निर्देश पर निजी सुरक्षा एजेंसी की जांच की जा रही है. जांच […]
प्रावधान के अनुसार नहीं था लाइसेंस
छपरा (सारण) : अवैध ढंग से निजी सुरक्षा एजेंसी चलानेवालों की अब खैर नहीं. सरकार के निर्देश पर गैर लाइसेंसी निजी सुरक्षा एजेंसियों पर नकेल कसने की प्रक्रिया तेज हो गयी है. पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह के निर्देश पर निजी सुरक्षा एजेंसी की जांच की जा रही है. जांच के क्रम में तीन एजेंसियों को गलत ढंग से कार्य करते हुए पाया गया. तीनों के खिलाफ सरकारी प्रावधान के तहत अनुज्ञप्ति नहीं है. इस संबंध में तीनों के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस अवर निरीक्षक नीरज कुमार की जांच रिपोर्ट में यह कार्रवाई की गयी. प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
ये हैं दोषी : सारण सिक्यूरिटी सर्विसेज पूर्वी रौजा के संचालक ब्रजेश कुमार सिंह, बिहार सिक्यूरिटी सर्विसेज पूर्वी रौजा के सोनू कुमार व सिक्यूरिटी एंड मैन पावर सर्विसेज मजहरूलहक कमल किशोर सिंह.
क्या है आरोप : सरकारी प्रावधान के तहत निजी सुरक्षा एजेंसियों के पास अनुज्ञप्ति नहीं है. प्राइवेट सिक्यूरिटी ऑथोरिटी एक्ट 2005 तथा बिहार प्राइवेट सिक्यूरिटी ऑथोरिटी एक्ट 2011 के तहत अनुज्ञप्ति लेना आवश्यक है. जांच में पाया गया कि श्रम अधीक्षक से तीनों एजेंसियों को निबंधन प्रमाणपत्र दिया गया है. लेकिन मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण अनुज्ञप्ति के लिए दिये गये आवेदन को रद्द कर दिया गया. बावजूद इसके बिना अनुज्ञप्ति सुरक्षा उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है.
एजेंसियां कर रही हैं यह कार्य : निजी सुरक्षा एजेंसी की ओर से सरकारी, गैर सरकारी, अर्ध सरकारी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, बैंक, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा गार्ड तैनात किये गये हैं.
गनधारी, लाठीधारी गार्ड कंपनी के द्वारा तैनात किये जाते हैं. इसके एवज में संबंधित संस्थान से शुल्क लिया जाता है. वर्तमान समय में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में निजी सुरक्षा एजेंसी के गार्ड तैनात हैं. बैंकों के एटीएम, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, सभी अंगीभूत कॉलेज, दर्जनाधिक प्राइवेट स्कूल, बड़ी कंपनियों के शो रूम, बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान, पेट्रोल पंप, निर्माण कंपनियों के बेस कैंप में सुरक्षा गार्ड कार्य कर रहे हैं.