profilePicture

राशि निकासी पर विशेष नजर

छपरा (सदर) : वित्तीय वर्ष की समाप्ति के अंतिम दिन कोषागार में अत्यधिक संख्या में विपत्र भेजे जाने व एन-केन प्रकारेण वर्ष के अंत में उपलब्ध राशि को खर्च करने की प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के उद्देश्य से डीएम दीपक आनंद ने तीन सदस्यीय धावा दल का गठन अपर समाहर्ता राजेश कुमार के नेतृत्व किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2016 7:12 AM
छपरा (सदर) : वित्तीय वर्ष की समाप्ति के अंतिम दिन कोषागार में अत्यधिक संख्या में विपत्र भेजे जाने व एन-केन प्रकारेण वर्ष के अंत में उपलब्ध राशि को खर्च करने की प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के उद्देश्य से डीएम दीपक आनंद ने तीन सदस्यीय धावा दल का गठन अपर समाहर्ता राजेश कुमार के नेतृत्व किया है, जिसमें सदस्य के रूप में वरीय उपसमाहर्ता शिव कुमार पड़ित व धर्मेद्र कुमार शामिल हैं.
धावा दल को डीएम ने निर्देश किया है कि ससमय कोषागार कार्यालय का निरीक्षण कर विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत किये गये विपत्रों की जांच कर यह सुनिश्चित करेंगे कि विभिन्न विभागों द्वारा जमा किये गये विपत्र की राशि की निकासी खर्च जरूरी होने पर ही की जाये.
बिहार कोषागार संहिता 2011 के नियम 177 के अनुसार बजट में उपबंधित राशि को व्यगत होने से बचाने के लिए राशि की निकासी किसी भी परिस्थिति में नहीं की जाये. डीपीआरओ बीके शुक्ला ने डीएम के हवाले से बताया कि विभिन्न विभागों द्वारा कोषागार में समर्पित विपत्रों का ससमय निष्पादन नहीं होने से एक ओर जहां भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है वहीं दूसरी ओर असंतोष व्याप्त होता है. धावा दल की जिम्मेवारी होगी कि समर्पितविपत्रों का निष्पादन ससमय सुनिश्चित करें. कुछ पदाधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा निहीत स्वार्थ से विभिन्न विपत्रों को कोषागार से पारित कराने का प्रयास किया जाता है.
अतएव धावा दल में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी को कोषागार में कार्यरत कर्मियों की कार्यप्रणाली पर नजर रखें और यदि कोई मामला प्रकाश में आता है तो दोषी कर्मी के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है.

Next Article

Exit mobile version