सात जालसाज हुए गिरफ्तार
सफलता. सहयोग करने के बहाने एटीएम से उड़ा लेते थे लोगों के रुपये गांव-देहात के अशिक्षित खाताधारकों को एटीएम से रुपये की निकासी में सहयोग करने के बहाने पासवर्ड की जानकारी ले रुपये उड़ाने वाले गिरोह के छह जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही गिरोह को सहयोग करनेवाला एक गार्ड भी पकड़ा […]
सफलता. सहयोग करने के बहाने एटीएम से उड़ा लेते थे लोगों के रुपये
गांव-देहात के अशिक्षित खाताधारकों को एटीएम से रुपये की निकासी में सहयोग करने के बहाने पासवर्ड की जानकारी ले रुपये उड़ाने वाले गिरोह के छह जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही गिरोह को सहयोग करनेवाला एक गार्ड भी पकड़ा गया है. यह कार्रवाई पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर हथुआ मार्केट स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने की.
छपरा (सारण) : एटीएम से रुपये निकालने वाले को सहयोग करने के बहाने रुपये उड़ानेवाले गिरोह के छह जालसाजों तथा गिरोह को सहयोग करनेवाले एक गार्ड को गिरफ्तार करने में नगर थाना पुलिस ने सफलता हासिल की है. जालसाजों को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया. नगर पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष रवि कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने हथुआ मार्केट स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने से जालसाजों को पकड़ा गया. छापेमारी करनेवालों में पुअनि हृदयानंद सिंह, पुअनि शहिद हुसैन, सैप के जवान दीनानाथ शर्मा, किरण कुमार अग्रवाल, योगेंद्र कुमार, अरिवंद कुमार शर्मा आदि शामिल थे.
छापेमारी में पकड़े गये जालसाजों ने पुलिस को बताया कि एटीएम से राशि की निकासी करनेवालों को सहयोग करने के बहाने पासवर्ड जान लिया जाता है और जब वह चला जाता है तो, उसके खाते से राशि की निकासी कर ली जाती है.
पहले भी जा चुका है जेल : पुलिस द्वारा गिरफ्तार हरिप्रकाश मिश्रा उर्फ सुखु बाबा जालसाजी के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है. इसके पहले भगवान बाजार थाने की पुलिस ने हरिप्रकाश को जेल भेजा था. इस गिरोह में करीब दो दर्जन से अधिक जालसाज शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस के द्वारा छापेमारी की जा रही है. पकड़े गये जालसाजों से पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर छापेमारी की जा रही है.
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस : नगर थाने की पुलिस
एटीएम काउंटरों से जालसाजी कर रुपये की फर्जी ढंग से निकासी करने वालों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है. खास कर पहले जो मामले में दर्ज हैं, उन घटनाओं में संलिप्त जालसाजों को चिह्नित करने के लिए पुलिसने यह कदम उठाया है. पहले दर्ज मामलों की तिथि व समय तथा स्थान के आधार पर संबंधित एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की जा रही है.
एटीएम काउंटरों पर तैनात सुरक्षा गार्डों की है जालसाजों से मिलीभगत
एटीएम काउंटरों से जालसाजी कर रुपये की निकासी करनेवाले गिरोह की मिलीभगत सुरक्षा गार्डों से भी है. गांव-देहात के अशिक्षित खाताधारकों को एटीएम काउंटरों पर रुपये की निकासी करते समय जालसाज सहयोग करने के बहाने पासवर्ड जान लेते हैं और राशि की निकासी के बाद अशिक्षित खाता धारक केंसिल बटन नहीं दबाते हैं. इसी का फायदा जालसाज उठाते हैं.
जालसाजों के द्वारा कंटीन्यू बटन दबा दिया जाता है और उसके खाते में बची राशि की निकासी कर ली जाती है. जालसाजों द्वारा सुरक्षा गार्ड को भी हिस्सा दिया जाता है. इसका खुलासा पकड़े गये जालसाजों ने पुलिस के समक्ष किया.
इन बातों का रखें ध्यान
एटीएम से रुपये की निकासी करते समय किसी का सहयोग नहीं लें.
एटीएम कार्ड के साथ पासवर्ड लिख कर नहीं रखे.
रुपये की निकासी के बाद एटीएम के क्लीयर या केंसिल बटन दबाएं.
रुपये की निकासी करते समय एटीएम में किसी अन्य को नहीं आने दें.
मोबाइल-फोन पर कॉल कर जानकारी मांगने वालों को किसी तरह की जानकारी नहीं दें.
बैंक अधिकारी बन कर मोबाइल पर जानकारी मांगे जाने पर बैंक के शाखा प्रबंधक को इसकी सूचना दें.इसकी लिखित शिकायत पुलिस से भी करें.