छपरा : बिहारकेमुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेआज कहा कि शराबबंदी सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन है. इस मामले में बिहार पूरे देश के सामने नजीर बनेगा. उन्होंने कहा कि बिहार ने शराब बंद की, तो देश के अन्य राज्यों में भी आवाजें उठने लगी हैं. महाराष्ट्र, पंजाब, ओड़िशा, झारखंड व राजस्थान में भी मांग की जाने लगी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के समर्थन के लिए देश में जहां बुलाया जायेगा, मैं वहां जाऊंगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका के महिला सदस्यों को संबोधित करते हुए राजेंद्र स्टेडियम में आज यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू कर बापू के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही उनके विचारों के प्रति विश्वास प्रकट किया गया है. हमारे इस कदम को व्यापक समर्थन मिल रहा है. बच्चे व महिलाएं खासतौर पर खुश हैं. जहां हंगामा, मारपीट व अशांति थी, वहां शांति व खुशहाली का माहौल है. लोग घर-परिवार के साथ समय गुजार रहे हैं.
सीएम नीतीश ने कहा कि महिलाएं मुस्तैद रहेंऔर शराब बनाने, बेचने व पीने की सूचना फौरन पुलिस या उत्पाद विभाग को दें. सरकार की पूरी ताकत उनके साथ है. उन्होंने कहा कि हमेशा से मेरे मन में शराब को बंद करने का विचार रहता था, परंतु इसकी सफलता पर द्वंद भी था, लेकिन जहां जाता महिलाओं का दर्द सुन कर मन बनता जा रहा था. अंतत: उन्हीं की मांग पर इसे लागू करने की घोषणा भी हो गयी.