मेडिकल कॉलेज अस्पताल चालू करने की प्रक्रिया शुरू

पहल . दौरे के बाद अस्पताल की लंबित योजनाओं में आयी तेजी मुख्यमंत्री के दौरे के बाद सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार का कार्य तेज हो गया है. नये सत्र में यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल चालू होने की संभावना है. मुख्यमंत्री के साथ आये स्वास्थ्य विभाग के प्रधान महासचिव रजनीश कुमार महाजन ने भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2016 5:18 AM

पहल . दौरे के बाद अस्पताल की लंबित योजनाओं में आयी तेजी

मुख्यमंत्री के दौरे के बाद सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार का कार्य तेज हो गया है. नये सत्र में यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल चालू होने की संभावना है. मुख्यमंत्री के साथ आये स्वास्थ्य विभाग के प्रधान महासचिव रजनीश कुमार महाजन ने भी सदर अस्पताल का निरीक्षण किया था और आवश्यक सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया था. प्रधान सचिव के निर्देश के बाद अस्पताल में सुविधाओं के विकास व विस्तार के लिए राशि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जा रहा है.
छपरा (सारण) : मुख्यमंत्री के दौरे के बाद सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार का कार्य तेज हो गया है और मेडिकल कॉलेज अस्पताल चालू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. नये सत्र में यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल चालू होने की संभावना है. मुख्यमंत्री के साथ आये स्वास्थ्य विभाग के प्रधान महासचिव रजनीश कुमार महाजन ने भी सदर अस्पताल का निरीक्षण किया था और आवश्यक सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया था. प्रधान सचिव के निर्देश के बाद अस्पताल में सुविधाओं के विकास व विस्तार के लिए राशि उपलब्ध
कराने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जा रहा है. साथ ही पहले से स्वीकृत योजनाओं व कार्यक्रमों में भी तेजी लाने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. पहले से चल रहे कार्यों को पूर्ण करने की दिशा में अस्पताल प्रशासन गंभीर हो गया है.
कार्य चार : सदर अस्पताल में 500 बेडों की क्षमता वाले नये भवन के निर्माण की स्वीकृति दे दी गयी है. इसके लिए मिट्टी जांच कर ली गयी है. भवन निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गयी है और राशि का आवंटन कर दिया गया है. इसके निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गयी है. उम्मीद है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा.
कार्य पांच : अस्पताल परिसर में सड़क तथा नाला निर्माण के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति से राशि आवंटन के लिए प्रशासन ने प्रस्ताव भेजा गया है. सड़क निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. सड़क की हालत जीर्ण-शीर्ण बनी हुई है. प्रधान सचिव ने निरीक्षण के दौरान सड़क व नाला का निर्माण कराने का निर्देश दिया था. सड़क व नाला के अभाव में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है और मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.
सड़क व नाला निर्माण के लिए भेजा प्रस्ताव
इन कार्यों में आयी तेजी
कार्य-एक : जीएनएम स्कूल भवन का निर्माण सदर अस्पताल परिसर में चल रहा है. कार्य शुरू होने के बाद रुक गया था. मुख्यमंत्री के दौरे के पश्चात इस कार्य में तेजी आयी है. अस्पताल प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के कड़े रुख के बाद निर्माण कार्य में गति आयी है. करीब डेढ़ करोड़ की लागत से जीएनएम स्कूल का निर्माण हो रहा है.
कार्य-दो
प्रमंडल स्तरीय नवजात शिशुओं का आइसीयू बन कर तैयार है. इस माह उसे चालू करना है. सीक न्यू बार्न केयर यूनिट (आइसीयू) चालू हो जाने से नवजात शिशुओं के उपचार के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा. यह सुविधा प्रमंडल में कहीं नहीं है. सारण के अलावा सीवान व गोपालगंज के मरीजों को भी इसका लाभ मिलेगा. फिलहाल इसके लिए मरीजों को पीएमसीएच रेफर कर दिया जाता है.
कार्य-तीन
पोस्टमार्टम हाउस सह शव गृह का निर्माण अंतिम चरण में है. सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित पोस्टमार्टम हाउस में लावारिस शवों को रखने की सुविधा रहेगी. वर्तमान समय में लावारिस शवों को सुरक्षित रखने का कोई प्रबंध नहीं है. पोस्टमार्टम हाउस में मर्करी की समुचित व्यवस्था नहीं है. पोस्टमार्टम हाउस में चिकित्सक कक्ष, शौचालय, प्रतीक्षा कक्ष नहीं है. पेयजल तथा विद्युत आपूर्ति की भी व्यवस्था नहीं है. इस वजह से पुलिस प्रशासन को काफी फजीहत उठानी पड़ती है.

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