एक चापाकल के सहारे चल रहा है कार्य
दूसरा चापाकल महीनों से पड़ा है खराब बनियापुर : एक तो उमस भरी गरमी और ऊपर से पेयजल संकट को लेकर स्कूली छात्रों की परेशानी बढ़ गयी है. मंगलवार को कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिला प्राथमिक विद्यालय कन्हौली में. विद्यालय परिसर में लगे दो चापाकलों में से एक चापाकल पूर्णतः निष्क्रिय होने […]
दूसरा चापाकल महीनों से पड़ा है खराब
बनियापुर : एक तो उमस भरी गरमी और ऊपर से पेयजल संकट को लेकर स्कूली छात्रों की परेशानी बढ़ गयी है. मंगलवार को कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिला प्राथमिक विद्यालय कन्हौली में. विद्यालय परिसर में लगे दो चापाकलों में से एक चापाकल पूर्णतः निष्क्रिय होने से एक ही चापाकल के सहारे सैकड़ों छात्रों को प्यास बुझानी पड़ रही है. सबसे ज्यादा परेशानी मध्याह्न भोजन के दौरान होती है, जब एक ही बार दर्जनों की संख्या में छात्र हाथ-मुंह धोने के लिए चापाकल पर एकत्रित होते हैं. मालूम हो कि पीएचइडी द्वारा विद्यालय परिसर में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए दो चापाकल लगाये गये हैं.
मगर विभागीय स्तर पर देख-रेख के अभाव में कई विद्यालयों के चापाकल खराब पड़े हैं, जो गरमी के इस मौसम में न सिर्फ स्कूली छात्रों के लिए बल्कि राहगीरों के लिए भी परेशानी का सबब बने हैं. इधर, स्थानीय लोगों की मानें, तो चापाकल गाड़ने के समय संवेदक द्वारा मापदंड को ताक पर रख आनन-फानन में निर्धारित से कम गहराई पर चापाकल गाड़ने की वजह से उचित लेयर नहीं मिलने से गरमी के इस मौसम में जल स्तर नीचे जाने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है.