बिना अनुमति हो रहा काम
क्षतिग्रस्त हो रहे बीएसएनएल केबल, सड़क व नाले छपरा (सारण) : बिना विभागीय अनुमति के सड़क का खनन किये जाने से केबुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. वहीं सड़क व नाला को भी क्षति पहुंच रही है. केबुल क्षतिग्रस्त होने से टेलीफोन और ब्रॉड बैंड सेवा बाधित होने की शिकायतें बढ़ी हैं. केबुल क्षतिग्रस्त होने से […]
क्षतिग्रस्त हो रहे बीएसएनएल केबल, सड़क व नाले
छपरा (सारण) : बिना विभागीय अनुमति के सड़क का खनन किये जाने से केबुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. वहीं सड़क व नाला को भी क्षति पहुंच रही है. केबुल क्षतिग्रस्त होने से टेलीफोन और ब्रॉड बैंड सेवा बाधित होने की शिकायतें बढ़ी हैं. केबुल क्षतिग्रस्त होने से बीएसएनएल समेत अन्य कंपनियों के नेटवर्क फेल होने से राजस्व की हानि हो रही है. सड़क किनारे खनन किये जाने से नाला व सड़कों को भी क्षति पहुंच रही है. पर इससे विभागीय अधिकारी बेखबर हैं. अवैध ढंग से खनन करनेवाले विभागों तथा ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है.
क्या है प्रावधान
सड़क किनारे किसी भी खनन के पहले अनुमति लेना अनिवार्य है.
सड़क जिस विभाग की है, उस विभाग के सक्षम प्राधिकार के द्वारा अनुमति दी जाती है.
बीएसएनएल से भी उन स्थानों पर खनन के लिए अनुमति लेना जरूरी है, जहां लैंड-लाइन व ब्रांड बैंड का केबुल बिछाया गया है.
बिजली पोल के अगल-बगल खनन के लिए विद्युत विभाग से भी अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना आवश्यक है.
जहां सड़क किनारे पौधारोपण किया गया है, वहां खनन के लिए वन विभाग की स्वीकृति जरूरी है.
क्या है स्थिति
शहर में नाला निर्माण के लिए सड़क के किनारे खनन हो रहा है.
स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए भूमिगत केबुल बिछाया जा रहा है.
विद्युत पोल लगाने हेतु खनन किया जा रहा है.
पोल लगाने हेतु बनाये जा रहे फाउंडेशन का मनमाने ढंग से स्थल निर्धारित किया गया है.
प्लानिंग के तहत कोई कार्य नहीं हो रहा है.
मनमाने ढंग से खनन के कारण केबुल कटने शिकायत बढ़ रही हैं.
केबुल क्षतिग्रस्त होने से नेटवर्क फेल होने से उपभोक्ता परेशान रह रहे हैं.
नेटवर्क फेल रहने से बीएसएनएल समेत अन्य मोबाइल कंपनियों को राजस्व की हानि हो रही है.
कंपनियों के नेटवर्क फेल होने से हो रही राजस्व की हानि
लोग परेशान
खास बातें
बिना अनुमति के खनन से सड़क-नाला दोनों की हो रही है क्षति.
गलत ढंग से खनन के कारण नाले हो रहे क्षतिग्रस्त.
खनन के दौरान काटी गयी मिट्टी को नाला में डाल दिये जाने से नाला जाम हो जा रहा है.
सड़क क्षतिग्रस्त होने से पथ निर्माण व एनएच को हो रही है क्षति.
सड़क किनारे गलत खनन के कारण पेड़-पौधे भी नष्ट हो रहे हैं.
लंबित हैं दर्जनों मामले
अवैध खनन के कारण बीएसएनएल के केबुल क्षतिग्रस्त होने के आरोप में दर्जनों मामले दर्ज हैं. जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज मामले लंबित हैं. मामला केबुल कटने से हुई आर्थिक नुकसान से जुड़ा है. आवश्यक सेवा में शामिल बीएसएनएल को क्षति होने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी हुई.नाला निर्माण, पाइप लाइन बिछाने, स्ट्रीट लाइट के लिए किये गये खनन से केबुल को क्षति हो रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
सड़क किनारे खनन के पहले अनुमति जरूरी है. इसका पालन नहीं करनेवालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान है. इसके लिए कनीय अभियंताओं से समय-समय पर जांच करा कर कार्रवाई की जाती है.
बबलू कुमार, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, छपरा
बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र लिये खनन किये जाने से बीएसएनएल के केबुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. ऐसा करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. केबुल को क्षति पहुंचाने वालों के प्रति बीएसएनएल प्रशासन गंभीर है.
विद्यानंद प्रसाद, महाप्रबंधक, बीएसएनएल, छपरा