समय पूरा, काम अधूरा

छपरा (सारण) : बरसात के पहले छपरा-थावे रेलखंड के अामान परिवर्तन का कार्य पूरा नहीं हो सका. मई से ही इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने का दावा रेल प्रशासन ने किया था. लेकिन, अभी भी काम अधूरा पड़ा है. तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में छपरा-थावे रेलखंड छोटी लाइन के अामान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2016 5:38 AM

छपरा (सारण) : बरसात के पहले छपरा-थावे रेलखंड के अामान परिवर्तन का कार्य पूरा नहीं हो सका. मई से ही इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने का दावा रेल प्रशासन ने किया था. लेकिन, अभी भी काम अधूरा पड़ा है. तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में छपरा-थावे रेलखंड छोटी लाइन के अामान परिवर्तन परियोजना को स्वीकृति मिली थी. उनके मंत्री पद से हटने के बाद यह परियोजना अधर में लटक गयी.

करीब दो वर्ष पहले इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया और निर्माण शुरू हुआ. हालांकि परिचालन बंद करने के पहले इस रेलखंड पर स्थित पुल-पुलिया का निर्माण करा लिया गया था और मिट्टी भराई का कार्य भी पूर्ण हो चुका था. ट्रेनों का परिचालन बंद करने के साथ अामान परिवर्तन का कार्य शुरू हो गया, लेकिन समय पर पूरा नहीं हो सका और कार्य अवधि का पुन: विस्तार कर दिया गया. छपरा-थावे रेलखंड ग्रामीण इलाके के लोगों की जीवन रेखा है. सारण तथा गोपालगंज को जोड़ने वाली करीब 107 किमी लंबी इस रेलखंड से प्रतिदिन काफी लोग जाते-आते थे. रेलवे से यात्रा सस्ती व सुविधाजनक थी.

श्यामकौरिया, मशरक, मढौरा, खैरा, बन्नी महम्मदपुर, तेजपुरवा, गढ़ देवी हाल्ट, टेढा हाल्ट, तेनुआ डुमरिया हाल्ट के यात्री छपरा आने-जाने के लिए रेलवे का ही सहारा लेते हैं.
छपरा से भी प्रतिदिन हजारों लोग इन क्षेत्रों में जाते हैं. कतालपुर, रतनसराय, मांझागढ़ समेत आधा दर्जन स्टेशनों से गोपालगंज के बीच सफर करने वालों की संख्या अधिक है.
महंगी व कष्टप्रद यात्रा को विवश हैं यात्री
छपरा-थावे रेलखंड के चालू नहीं होने से इस क्षेत्र के यात्रियों को सड़क मार्ग से सफर करना पड़ रहा है. सड़क मार्ग से निजी व भाड़े के वाहनों से यात्रा न केवल महंगी, बल्कि काफी कष्टप्रद भी है. शाम 6 बजे के बाद छपरा से खैरा, तेजपुरवा, पटेढ़ा, मढौरा, मशरक आदि स्थानों पर जाने के लिए सड़क मार्ग से कोई भी वाहन नहीं मिलता है, जिससे यात्रियों को छपरा में ही रात गुजारनी पड़ती है.
क्या है योजना
छपरा-थावे रेलखंड को छोटी से बड़ी रेल लाइन में परिवर्तित किया जा रहा है. करीब 107 किमी लंबी इस रेलखंड के अमान परिवर्तन के साथ सभी स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का भी विकास व विस्तार करना है. सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म संख्या दो का निर्माण कराया जा रहा है. लगभग सभी स्टेशनों पर निर्माण अधूरा है. सिगनल तथा पैनल का निर्माण भी पूर्ण नहीं हो सका है. विद्युतीकरण, पेयजल आपूर्ति, शौचालय, टिकट काउंटर स्थापित करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी लंबित हैं. प्लेटफाॅर्म के सतह को ऊंचा करने का कार्य भी अधूरा पड़ा है.
खास बातें
-छपरा-थावे रेलखंड पर हैं कुल 24 स्टेशन
-इनमें 13 हाल्ट और 11 क्रासिंग स्टेशन हैं
-मशरक से महाराजगंज के बीच नयी बड़ी रेल लाइन का हो रहा है निर्माण
-मशरक से मकेर के बीच नये रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण कराया जा चुका है
-खैरा स्टेशन पर बनेगा रैक हैंडलिंग प्वाइंट और मालगोदाम
-मशरक स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट तथा जीआरपी थाने की होगी स्थापना
-बड़ी रेल लाइन में परिवर्तित होने से यह रेलखंड नयी दिल्ली से गुवाहाटी के बीच मुख्य लाइन से जुड़ जायेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
अमान परिवर्तन का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. सितंबर माह में इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा.
अशोक कुमार
रेलवे जनसंपर्क अधिकारी
वाराणसी मंडल, पूर्वोत्तर रेलवे

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