पोल व तार हैं, पर नहीं मिलती बिजली आज भी अंधेरे में रहते है ग्रामीण
दाउदपुर(मांझी) : जलालपुर प्रखंड के कोपा थाना अंतर्गत बनकटा गांव में आज भी लोग लालटेन युग में जीने पर मजबूर है. यहां वर्षों से ग्रामीणों के साथ विद्युत विभाग सौतेला व्यवहार कर रहा है. गांव के लोग बिजली की मांग करते-करते थक चुके हैं पर विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रहा. ग्रामीणों का कहना […]
दाउदपुर(मांझी) : जलालपुर प्रखंड के कोपा थाना अंतर्गत बनकटा गांव में आज भी लोग लालटेन युग में जीने पर मजबूर है. यहां वर्षों से ग्रामीणों के साथ विद्युत विभाग सौतेला व्यवहार कर रहा है. गांव के लोग बिजली की मांग करते-करते थक चुके हैं पर विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रहा. ग्रामीणों का कहना है कि 28 नवंबर 2003 में विद्युत विभाग से 84 लोग उपभोक्ता बने. उनका विद्युत विपत्र भी जारी कर दिया गया,
लेकिन बिजली नहीं मिली. करीब तीन साल पूर्व विभाग द्वारा गांव के विद्यालय पर एक 100 केवीए का ट्रांफार्मर लगाया गया. इससे गांव के कुछ हिस्से के लोग बिजली का उपयोग कर रहे है. ग्रामवासी मुख्यमंत्री, पटना सीएमडी तथा विद्युत विभाग छपरा का चक्कर लगा कर थक चुके हैं, फिर भी विभाग उन्हें बिना बिजली नहीं मिली, लेकिन बिल का भुगतान करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. ग्रामीण बसावन राम का कहना है कि विभाग द्वारा विद्युतीकरण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी है. वहीं दहाड़ी राय ने कहा कि गांव में तीन चार साल पहले गांव के आधे हिस्से में कुछ पोल और तार लगा कर 11000 लाइन लाया गया. कुछ ग्रामीण बंस के सहारे तार खीच कर अपने घरों में बिजली का उपयोग कर रहे हैं.