छपरा/गड़खा : हकमा गांव में करीब चार वर्ष के मासूम बच्ची की गला काट कर हत्या व सिर को खेत में फेके जाने कि खबर मिलते ही परिजन में कोहराम मच गया. चारों तरफ चीख-पुकार की आवाज आने लगी. यह खबर आग की तरह पूरे गांव में फैलते ही अफरातफरी मच गयी. गांव के लोग घटनास्थल पर उमड़ पड़े. गड़खा पंचायत के पूर्व मुखिया हकमा गांव निवासी खुर्शीद सेराज की भतीजी और शिक्षक रेयाज अहमद हाशमी उर्फ लालबाबु की चार वर्षीय पुत्री जोया फारुक अभी ठीक से अपने सभी परिवार वालों को पहचान भी नहीं पायी थी कि किसी दरिंदे कि ऐसी नजर पड़ी कि उस मासूम की हत्या कर दी.
दरिंदे ने जोया के पूरे परिवार को झकझोर के रख दिया. परिवार की लाडली को नजरों से दूर कर दिया. रविवार को विद्यालय बंद रहने के कारण सभी बच्चे घर पर थे. उसी बच्चों के साथ जोया भी खेल रही थी कि आचानक दोपहर को रहस्यमयी ढंग से गायब हो गयी. जोया के गायब होने पर परिजनों ने काफी खोजबीन की. जोया के देर शाम तक नहीं मिलने पर परिजनों ने इसकि सूचना अपने सगे-संबंधियों को दी और स्थानीय पुलिस व जिला के पुलिस पदाधिकारियों से जोया कि बरामदगी के लिये गुहार लगायी थी. बुधवार को उसी गांव के एक किसान ने खेतो में घुमने के दौरान सिर कटी लाश को देखा और इसकी सूचना पूर्व मुखिया के परिजनों को दी. जब उनलोगों ने खेतों में जाकर शव को देखा और पहचान कर इसकी सूचना पुलिस को दी. आशंका व्यक्त की जा रही है कि जोया का अपहरण कर हत्या कर शव को खेतों में फेंक दिया गया है. इस घटना के कारणों की पुलिस छानबीन करते हुए हत्यारे की पहचान करने में जुटी है. श्वान दस्ता के विफल रहने पर एफएसएल टीम को बुलाया गया.