शांति व सद्भाव की मुहिम में जुड़ा एक नया अध्याय

नक्सलियों गतिविधियों को लगा करारा झटका छपरा (सारण) : नक्सली एरिया कमांडर हरिहर सहनी के आत्मसमर्पण के साथ शांति व सद्भावना करने की पुलिस प्रशासन की मुहिम में एक नया अध्याय जुड़ गया है. इसके चार वर्ष पहले भी दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिसमें एरिया कमांडर रामपुकार महतो तथा हार्ड कोर नक्सली किशोरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2016 12:47 AM

नक्सलियों गतिविधियों को लगा करारा झटका

छपरा (सारण) : नक्सली एरिया कमांडर हरिहर सहनी के आत्मसमर्पण के साथ शांति व सद्भावना करने की पुलिस प्रशासन की मुहिम में एक नया अध्याय जुड़ गया है. इसके चार वर्ष पहले भी दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिसमें एरिया कमांडर रामपुकार महतो तथा हार्ड कोर नक्सली किशोरी राय शामिल है. चार वर्ष पहले दो नक्सलियों के आत्मसमर्पण से नक्सलियों को करारा झटका लगा था. हरिहर सहनी के आत्मसमर्पण से नक्सलियों के आंदोलन को एक बार फिर करारा झटका लगा है.
दंडकारण्य से नेपाल तक नक्सलियों द्वारा तैयार किये जा रहे ‘लाल गलियारा’ में सारण में दियारा क्षेत्रों को नक्सलियों ने करीब एक दशक पहले शामिल किया. वर्ष 2004 से ही इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियां शुरू हो गयी और पहली बड़ी घटना जून 2006 में छपरा-सोनपुर रेल खंड पर हुई,
जिसमें अवध असम एक्सप्रेस के मार्गरक्षी दल के तीन जवानों की हत्या कर सरकारी राइफल लूट लिये गये. इस घटना के बाद 19 अगस्त 2006 को मकेर के पूर्व प्रखंड प्रमुख शैलेश शर्मा उर्फ गुड्डू शर्मा के घर को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया गया था. इस घटना में पूर्व प्रमुख की पत्नी, चाचा और निजी अंगरक्षक की मौत हो गयी थी. एक दर्जन वाहनों को नक्सलियों ने फूंक दिया था. इसके बाद से कई बड़े वारदान होते रहे.
लोकतंत्र में जताया विश्वास : नक्सली मतदान का बहिष्कार करते हैं, लेकिन नक्सली एरिया कमांडर रामपुकार महतो की पत्नी लालती देवी मुखिया निर्वाचित हुई. लालती देवी पीर मकेर पंचायत से दूसरी बार भी मुखिया पद के लिए चुनी गयी है. रामपुकार महतो बाढ़ीचक गांव के रहने वाला है और वह अब समाज की मुख्य धारा से जुड़ गया है. इसी तरह लगुनिया गांव के किशोरी राय ने भी नक्सल की राह छोड़कर समाज की मुख्य धारा से जुड़े. पहले किशोरी राय की पत्नी प्रभावती देवी बाघा कोल पंचायत से मुखिया निर्वाचित हुई थी.
भटके लोगों को दिखा रहे राह : नक्सल की राह छोड़कर मुख्य धारा से जुड़े रामपुकार महतो व किशोरी राय समाज के वैसे लोगों को राह दिखा रहे हैं, जो भटक कर नक्सल की राह पकड़ना चाहते है. समाज में शांति व सद्भावना के साथ विकास और लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास कायम करने की नसीहत लोगों को दे रहे हैं.
पुलिस प्रशासन समाज में शांति व सद्भावना कायम करने के लिए नक्सलियों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रही है. इसके लिए पुनर्वापसी योजना चलायी जा रही है. आत्मसमर्पण करने वालों को सरकारी प्रावधानों के अनुसार सभी सुविधाएं तथा सहूलियतें दी जायेंगी.
पंकज कुमार राज, एसपी, सारण

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