सारण : बिहारके सारण जिले मेंबीतेदिनों आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के कारण मचे बवाल के कारण गोपालगंज और सीवान जिले में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गयी थी.उम्मीदजतायीजारहीहै कि आज शाम तक इन जिलों में इंटरनेट सेवा फिर से बहालकरदियाजायेगा.वहीं सारण में अब माहौल शांत हो गया है. लोग अब घरों से निकलकर बाजारों में जरूरत की समानों की खरीदारी कर रहे है.
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उपद्रव करने के आरोप में गिरफ्तार लोगों के विरोध में बुधवार को लोगों ने मकेर बाजार को बंद कराया दिया है. लोग गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग कर रहे है.
मंगलवार कोभी दिखा था सामान्य जनजीवन
बिहारके सारण जिले में पांच दिन पूर्व आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के कारण मचे बवाल के बाद मंगलवार को छपरा शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जन जीवन सामान्य दिखा. सुबह से ही दुकानदारों ने जहां अपनी दुकानें खोलीं, वहीं खरीदारों की भी भीड़ देखी गयी. सुबह से ही शहर के मौना चौक, साढ़ा ढाला जाने वाली रोड, सले मपुर चौक, गांधी चौक, साहेबगंज रोड, नगरपालिका चौक, जोगिनिया कोठी, पंकज सिनेमा रोड, हॉस्पिटल रोड, डाकबंगला रोड, भगवान बाजार, गुदरी बाजार में पूरे दिन लोगों ने खरीदारी की.
वहीं विभिन्न सरकारी एवं निजी बैंकों में भी कारोबार हुआ. हालांकि शहर के हथुआ मार्केट तथा साहेबगंज में 15 से 20 फीसदी दुकानें नहीं खुलीं. सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा सभी चौक-चौराहों व संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी थी. जिला प्रशासन ने विशेष सुरक्षा के मद्देनजर आइटीबीपी, रैफ आदि के जवानों को विशेष रूप से तैनात किया था. वहीं विभिन्न मुख्य मार्गों में पुलिस ने पांचवें दिन भी फ्लैग मार्च किया, ताकि आम जनों में भय का माहौल खत्म हो तथा प्रशासन के प्रति सुरक्षा के मामले में विश्वास बहाल हो.
साढ़ा ढाला बस स्टैंड, सरकारी बस डीपो, छपरा जंकशन, छपरा कचहरी स्टेशन पर जहां यात्रियों की आवाजाही सामान्य रही. वहीं सरकारी कार्यालयों में भी अपने आवश्यक कार्यों के निष्पादन के लिए ग्रामीण क्षेत्र से लोग पहुंचे थे. हालांकि यह संख्या भी सामान्य दिनों की भांति कम थी. सुरक्षा के मद्देनजर जिले के दर्जनभर निजी विद्यालयों ने मंगलवार को भी पठन-पाठन का कार्य स्थगित रखा. विद्यालय प्रबंधन का कहना था कि सुरक्षा के मद्देनजर ही ऐसा किया गया है.
मंगलवार को पूरे दिन स्थिति सामान्य रही तो बुधवार से कक्षाओं का संचालन किया जायेगा. हालांकि सभी सरकारी शिक्षण संस्थान के अलावे कुछ निजी संस्थानों में कक्षाओं का संचालन किया गया. वहीं पूरे दिन शहर में सामान्य स्थिति रहने से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के चेहरे पर सुकुन दिखा.
मकेर बाजार की खुलीं दुकानें, यातायात बहाल
मकेर. घटना के पांचवें दिन बाजार की सभी दुकानें खुल गयी. यातायात सुचारू रूप से बहाल हो गया. क्षेत्र में शांति बहाली हेतु पुलिस की गश्त जारी है. मकेर बाजार के सब्जी मंडी एवं महावीर चौक पर रैप के जवान मुस्तैदी से खड़े है. मालूम हो कि सोमवार को प्रशासन के तरफ से थाना परिस र में दोनों समुदाय के बीच शांति बहाली के लिये बैठक हुई थी.
अमनौर संवाददाता के अनुसार बाजार व आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार से जन-जीवन पटरी पर लौटा, सभी दुकानें खुले, वहीं यातायात पहले की तरह बहाल हुई. स्कूल व कॉलेज खुले रहे. बैंकों में भी कार्य पहले की तरह होते दिखी. वहीं अमनौर थाने की पुलिस थाना क्षेत्र की सभी गांवों में गश्ती करते दिखे. आपसी सौहार्द व भाईचारा साबित करने के लिए दोनों समुदाय के लोगों ने आपस में बैठक कर शांति की संदेश लोगों तक पहुंचायी.
डीएम-एसपी ने विभिन्न थाना क्षेत्रों का किया दौरा
छपरा (सदर). अफसरों ने जिले में विधि व्यवस्था की स्थिति का मुआयना करने के बाद प्रखंड व थाना क्षेत्र के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. डीएम दीपक आनंद, एसपी पंकज कुमार राज ने जिले के कोपा, जलालपुर, बनियापुर, सहाजितपुर, मशरक, इसुआपुर, नगरा आदि थाना क्षेत्रों का भ्रमण किया. भ्रमण के बाद डीएम ने बताया कि जिले की विधि व्यवस्था का जायजा लेने के दौरान स्थानीय पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है. वहीं हर हाल में निषेधाज्ञा का अनुपालन कराने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने का निर्देश दोनों पदाधिकारियों ने दिया.
डीएम ने कहा कि यदि आम जन जिले में शांति व्यवस्था बनाये रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करते हैं, तो शीघ्र ही निषेधाज्ञा की अवधि को खत्म करने पर विचार किया जायेगा. वहीं माहौल बेहतर रहा तो शीघ्र ही इंटरनेट सेवा भी आम जनों के लिए बहाल कर दी जायेगी. उन्होंने आम जनों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार के अफवाह को नजर अंदाज कर जिला प्रशासन को शांति बहाली के प्रयासों में भरपूर सहयोग करें.
मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई का आयुक्त ने दिया निर्देश
छपरा (सदर). जिला में छह अगस्त को बंद के दौरान मचे बवाल के मामले को प्रमंडलीय आयुक्त नर्म देश्वर लाल ने गंभीरता से लिया है. प्रमंडलीय आयुक्त ने विभिन्न स्थानों पर तैनात मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की भूमिका को जिम्मेवार मानते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया है. आयुक्त ने सारण के आइजी अजीत कुमार राय, डीएम सारण दीपक आनंद, पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज को प्रेषित पत्र में लिखा है कि जिन-जिन स्थानों पर तोड़-फोड़, रोड़े बाजी, आगजनी एवं लूटपाट की घटनाएं हुई है, वहां के दोषी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाये.
आयुक्त ने पत्र में यह भी लिखा है कि विभिन्न संवेदनशील स्थलों पर तैनात पदाधिकारियों ने यदि अपने दायित्वों का निर्वहन किया होता तो शायद यह घटना नहीं होती. प्रमंडलीय आयुक्त के इस आदेश के बाद विभिन्न चौक चौराहों पर विधि व्यवस्था ड्यूटी के लिए तैनात पदाधिकारियों में चर्चा है.
वीडियो वायरल मामले की सीबीआइ जांच की मांग
बजरंग दल ने आरोप लगाया है कि छपरा बंद के दौरान गत शनिवार को उपद्रवियों द्वारा साहेबगंज खनुआ नाला पर लूटपाट, गोली बम चलाने, विभिन्न दुकानों-धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने के मामले में साजिश के तहत संगठन को बदनाम करने तथा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गयी है. उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रतिष्ठा नों एवं धार्मिक स्थलों की हुए नुकसान के मामले में सरकारी एवं निजी स्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाला जाये तो सच्चाई सामने आ जायेगी.
बजरंग दल की जिला इकाई के सोनु कुमार ने जारी विज्ञप्ति में पूरी घटना की जांच निगरानी व सीबीआइ से कराने तथा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मानसिक प्रताड़ना से बचाने की मांग की है. सारण के डीएम के अलावे प्रधानमंत्री, मानवाधिकार आयोग, बिहार के डीजीपी, मुख्यमंत्री, आइजी, एडीजी, गृह सचिव, सारण तथा महाराजगंज के सांसद, स्थानीय विधायक को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा है कि आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के मामले में मकेर के तत्कालीन थानाध्यक्ष के टाल-मटोल की नीति के कारण ही इतनी बड़ी समस्या खड़ी हो गयी.
जिला भाजपा इकाई एबीवीपी एवं बजरंग दल द्वारा जिला प्रशासन को पूर्व में सूचना देकर ही छपरा बंद का आह्वान किया गया था. सभी कार्यकर्ता शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर बंद कराने में लगे थे. इसी बीच खनुआ नाले पर असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी व लूटपाट की घटना शुरू की गयी. साजिश के तहत खनुआ नाले के पास असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक सदभाव बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. प्रशासन के द्वारा इस पूरे मामले में निर्दोष व्यक्तियों को तबाह होने से बचाने का प्रयास होना चाहिए.
जानलेवा हमला व लूटपाट मामले में वाद दर्ज
छपरा (कोर्ट). मढौरा थाना क्षेत्र के नारायण चक निवासी महादलित झूलन बैठा ने सीजेएम कोर्ट में वाद दर्ज कराते हुए अपने ही गांव के मो. जकरिया और महफुज आलम समेत 183 लोगों को अभियुक्त बनाया है. आरोप में कहा है कि 6 अगस्त की सुबह सभी हथियारों से लैश होकर वहां पहुंचे और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर पीटने लगे. महफुज आलम ने बंदुक से फायर किया, जो उसके भाइयों मिथिलेश कुमार और विक्की कुमार को लग गया. उसके बाद सभी घर में घुस महिलाओं के साथ मारपीट की व कीमती समान आदि को लूट कर ले गये.
जनजीवन सामान्य बनाने को सभी करें प्रयास : सलीम
आम जन जीवन को सामान्य बनाने का प्रयास सभी लोग मिल कर करें. अपनी दुकानें व प्रतिष्ठा न खोलें तथा काम पर जायें. उक्त बातें बिहार विधान परिषद् के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने संवाददाता सम्मेलन में कहीं. उन्होंने कहा कि जिले में जो हुआ वह बदनुमा दाग है, अब उसे सभी मिल कर धोने का काम करें. नफरत कभी नफरत से दूर नहीं होती, मुहब्बत से ही दूर होगी. उन्होंने अनर्गल बयानबाजी व अफवाह पर ध्यान न देने की बात कहते हुए कहा कि उपद्रव में जिनका नुकसान हुआ है, उन्हें पर्याप्त मुआवजा दिलवाने की कोशिश की जाये.
कमजोर व छोटे कारोबारियों को मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाये तथा त्वरित भुगतान हो सके. इसके लिए वे मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री व राज्यपाल से वार्ता करेंगे. परवेज ने छपरा की घटना पर प्रदेश स्तरीय नेताओं के बयान नहीं आने व आगमन नहीं होने पर अफसोस व निराशा का इजहार किया. उन्होंने धार्मिक भावना भड़काने के दोषी को अविलंब गिरफ्तारी व स्पीडी ट्रायल चलाने की मांग दोहराते हुए घटना की न्यायिक जांच की मांग की. मौके पर मौजूद जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अब्दुल रहीम राइन ने घटना की निंदा करते हुए प्रभावितों को राहत दिलाने की मांग की.
शांति मार्च निकालने की नहीं मिली अनुमति
भाकपा-माकपा तथा भाकपा माले के तत्वावधान में मंगलवार को होने वाले शांति एवं सद्भावना मार्च पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दिया. संगठन के सचिव भाकपा माले के सारण जिला कमेटी के सचिव गंगा सागर राम ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि प्रशासन की अनुमति नहीं दिये जाने के कारण सद्भावना मार्च रद्द कर दिया गया. हालांकि इन संगठनों के सदस्यों ने नगर पालिका मैदान में आम सभा की.
इस दौरान भाकपा के जिला नेता सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, माले नेता सभापति राय, भाकपा के पूर्व सचिव चुल्हन प्रसाद सिंह, सत्येंद्र यादव, सुग्रीव गुप्ता, अरुण कुमार, बच्चा प्रसाद राय आदि ने प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने की निंदा की. इनका कहना था कि प्रशासन ने एक साजिश के तहत सद्भावना मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी. नगर पालिका मैदान में जैसे ही कम्युनिष्ट संगठन के नेताओं ने सदभावना मार्च निकालने की तैयारी की वैसे ही सदर एसडीओ सुनील कुमार तथा एएसपी मनीष ने पहुंच कर जिले में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर सद्भावना मार्च पर रोक लगा दिया.
सद्भावना मार्च निकला
भेल्दी (अमनौर). क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने के उद्देश्य से थानाध्यक्ष खालिद अख्तर व पूर्व प्रमुख सुनील राय के नेतृत्व में मंगलवार को सद्भावना मार्च निकाली गयी. विंदेश्वरी राय, अलाउद्दीन, साहेब जान समेत कई लोग मार्च में शामिल थे.
इंस्पेक्टर व तीन थानाध्यक्ष हुए सस्पेंड
छपरा (सारण) : आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद उत्पन्न उपद्रव की स्थिति को नियंत्रण करने में लापरवाही बरतने के आरोप में एक पुलिस निरीक्षक समेत चार पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और चारों को लाइन हाजिर किया गया है. एसपी पंकज कुमार राज ने मंगलवार की शांत एकमा पुलिस अंचल के पुलिस निरीक्षक चंद्रशेखर गुप्ता, एकमा थानाध्यक्ष श्रीचरण राम, दाउदपुर थानाध्यक्ष राजकौशल और मकेर थानाध्यक्ष संजय कुमार गुप्ता को निलंबित कर दिया और उन्हें लाइन हाजिर करने का आदेश दिया है.
एसपी राज ने बताया कि पुलिस केंद्र में तैनात पुलिस निरीक्षक शंभुशरण सिंह को एकमा पुलिस अंचल का नाम पुलिस निरीक्षक बनाया गया है. इसी तरह नगर थाने के पुअनि नीरज कुमार को एकमा तथा आइटी सेल के पुअनि अमरजीत कुमार को दाउदपुर का थानाध्यक्ष बनाया गया है. मकेर थाना के पुअनि शंभु कुमार मांझी को उसी थाने का थानाध्यक्ष बनाया गया है.
आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
अमनौर आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने के बाद हुए बवाल की घटना के बाद अमनौर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. थाने में उक्त मामले में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जि समें कांड संख्या 140/16 में सात नामजद, ढाई सौ अज्ञात, कांड संख्या 141/16 में 25 नामजद व अन्य अज्ञात तथा कांड संख्या 142/16 में एक नामजद व तीन अज्ञात को आरोपित किया गया है.
जिसमें अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि थाना क्षेत्र में स्थिति सामान्य है. उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है.
17 और उपद्रवियों को किया गया गिरफ्तार
छपरा. एसपी ने बताया कि सोमवार की रात को 17 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है तथा मांझी, रिविलगंज, दाउदपुर में एक-एक प्राथमिकियां भी दर्ज की गयी है. रिविलगंज में 12, दाउदपुर व एकमा में दो-दो, नगर थाने में एक गिरफ्तारी हुई है. चेफुल गांव में हुई घटना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें नौ नामजद, 35 अज्ञात आरोपित है.
एकमा संवाददाता के अनुसार पुलि स ने एकमा गांव के मंटू चौहान और पिंटू चौहान को गिरफ्तार कर लिया. लोगों का कहना है कि वैसे लोगों को भी तोड़-फोड़ का आरोपी बनाया गया है जो घटना के दिन देवघर में जलाभिषेक करने गये थे. इस संबंध में लोगों ने बताया कि पुलिस को इसकी जानकारी दे दिया गया है.