सारण प्रमंडल में आवागमन की सुविधा होगी बेहतर

केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी की पहल हुई कामयाब वार्डों की सुधरेगी सफाई-व्यवस्था नगर पर्षद की पहल. वार्डों में रखे जा रहे डस्टबीन छपरा : छपरा शहर की सफाई व्यवस्था से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है. नगरपालिका से नगर निगम का दर्जा मिलते ही छपरा को स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में पहल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 1:21 AM

केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी की पहल हुई कामयाब

वार्डों की सुधरेगी सफाई-व्यवस्था
नगर पर्षद की पहल. वार्डों में रखे जा रहे डस्टबीन
छपरा : छपरा शहर की सफाई व्यवस्था से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है. नगरपालिका से नगर निगम का दर्जा मिलते ही छपरा को स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में पहल शुरू कर दी गयी है. नगर पर्षद द्वारा शहर के सभी वार्डों में प्लास्टिक के डस्टबीन लगाये जा रहे हैं. विभाग द्वारा सभी वार्डों में फिलहाल 5-5 डस्टबीन लगाये जा रहे हैं, आवश्यकता के अनुसार डस्टबीनों की संख्या बढ़ाई जायेगी.नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अंजय कुमार राय ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में पहल शुरू कर
दी गयी है. इस के तहत पूर्व में ही प्लास्टिक के डस्टबीन की खरीदारी की गयी थी जिसे अब हर वार्ड में
लगाया जा रहा है.
लाल और हरे रंग के होंगे डस्टबीन : कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि नगर परिषद की ओर से अभी हर वार्ड में नीले रंग का डस्टबीन लगाया जा रहा है, जिसमें घर के हल्के कचरे को डाला जा सकेगा. नगर पर्षद की ओर से आगामी दिनों में सभी मुहल्लों में लाल और हरे रंग का डस्टबीन भी लगाया जायेगा. लाल रंग का डस्टबीन ईंट-पत्थर और भारी-भरकम कचरा फेंकने में प्रयोग होगा. जबकि हरे रंग के डस्टबीन में प्रतिदिन के घरेलू कचरे को फेंका जायेगा. नगर परिषद् को लाल और हरे रंग के डस्टबीन को खरीदने को स्वीकृति मिल चुकी है.
डोर टू डोर सर्विस होगी दुरुस्त : नगर पर्षद के द्वारा सफाई व्यवस्था के अंतर्गत शुरू की गयी डोर टू डोर सर्विस को भी दुरुस्त किया जा रहा है. पर्षद के सफाईकर्मी विभिन्न वार्डों में नियमित रूप से डोर टू डोर सर्विस देंगे. हर वार्ड में लगाये जा रहे इन डस्टबीनों की सफाई भी प्रतिदिन नगर पर्षद कर्मियों द्वारा की जायेगी. विदित हो कि नगर पर्षद की ओर से पूर्व में भी विभिन्न वार्डों में लोहे का डस्टबीन लगाया गया था पर कई जगह डस्टबीन औंधे मुंह गिरा हुआ है. ऐसे में नगर पालिका से नगर निगम बनने की राह पर खड़ा छपरा नगर पर्षद की नयी व्यवस्था कितना स्वच्छ रख पायेगी यह तो समय ही बतायेगा.

Next Article

Exit mobile version