खुशखबरी: एसएच 73 सीतलपुर-सीवान पथ राष्ट्रीय उच्च पथ में होगा तब्दील

छपरा : सारण प्रमंडल के सारण, सीवान, गोपालगंज की प्रमुख राज्य उच्च पथ संख्या 73 को अब राष्ट्रीय उच्च पथ की मान्यता मिलेगी. केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय को इस बाबत केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने मार्च माह में एक पत्र लिखा था. उसी के मद्देनजर केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 1:22 AM

छपरा : सारण प्रमंडल के सारण, सीवान, गोपालगंज की प्रमुख राज्य उच्च पथ संख्या 73 को अब राष्ट्रीय उच्च पथ की मान्यता मिलेगी. केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय को इस बाबत केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने मार्च माह में एक पत्र लिखा था. उसी के मद्देनजर केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उक्त पथ को राष्ट्रीय उच्च पथ घोषित करने के लिए सैद्धांतिक अनुमोदन डीपीआर व्यवहार्य होने की प्रत्याशा में दिया और इसकी जानकारी रूडी को पत्र के माध्यम से दी है. रूडी के हवाले से उनके प्रतिनिधि धनंजय तिवारी ने उक्त जानकारी दी.

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सह सारण सांसद श्री रुडी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपन्न देश निरंतर प्रगति कर रहा है उसी का परिणाम है कि सारण को चार एनएच के बाद यह पांचवी राष्ट्रीय उच्च पथ की सुविधा मिलेगी. सारण जिले से चार एनएच, हाजीपुर से छपरा होते हुए गाजीपुर तक एनएच-19, छपरा से बनियापुर होते हुए महमदपुर तक एनएच-101,

छपरा से रेवाघाट होते हुए मुजफ्फरपुर तक एनएच-102 व छपरा से एकमा होते हुए सीवान तक एनएच-85 गुजरती है. रूडी ने गडकरी को सारण वासियों को इस सड़क का उपहार देने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाले राजग के पूर्व शासनकाल में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की पहल पर छपरा से रेवाघाट होते हुए मुजफ्फरपुर तक राज्य उच्च पथ को राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 102 में परिवर्तित किया गया था.

उन्होंने यह भी अवगत कराया कि यह राष्ट्रीय उच्च पथ सामान्य उच्च पथ नहीं है, बल्कि यह चार गलियारों वाला विस्तृत चौड़ी सड़क होगी जो सारण प्रमंडल को उत्तर प्रदेश से जोड़ेगी. उन्होंने कहा कि बिहार की राजधानी पटना से तथा बरौनी के रास्ते अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों के सारण प्रमंडल में जाना हो या इन रास्तों से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जाना हो वैसे वाहनों को अब काफी लाभ होगा. साथ ही आस-पास के गांवों, विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन इकाईयों के साथ-साथ व्यावसायियों व यात्रियों को भी अब काफी सुगमता होगी.
साथ ही इस सड़क से लगे गांवों का चहुंमुखी विकास के नये रास्ते भी खुलेंगे. कौशल विकास मंत्री रूडी ने कहा कि रेल और सड़क के
माध्यम से जिले में विकास अपना पांव पसार रहा है. उन्होंने कहा कि परिवर्तित करने के साथ-साथ
यातायात को सुचारु बनाये रखने के लिए केंद्र सरकार ने कई सड़क व ऊपरी पुल के निर्माण की भी मान्यता प्रदान की है.

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