मांगों को ले रसोइयों ने किया प्रदर्शन

छपरा (सदर) : एमडीएम योजना को ठेकेदारी पर देने और रसोइयों को महज 32 दैनिक मानदेय पर प्रारंभिक विद्यालयों में खाना बनवाने समेत पांच सूत्री मांगों को ले राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के बैनर तले जिले के रसोइयों ने जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकृपाल ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2016 8:08 AM
छपरा (सदर) : एमडीएम योजना को ठेकेदारी पर देने और रसोइयों को महज 32 दैनिक मानदेय पर प्रारंभिक विद्यालयों में खाना बनवाने समेत पांच सूत्री मांगों को ले राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के बैनर तले जिले के रसोइयों ने जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकृपाल ने कहा कि रसोइयों की स्थिति बंधुआ मजदूर से भी बदतर है. महज 33 रुपये की मजदूरी के आधार पर विद्यालयों में खाना बनवाना मानवाधिकारों का शोषण है. उन्होंने आरोप लगाया कि रसोइयों को कई महीनों तक मानदेय भी नहीं दिया जाता है और मनमाने ढंग से उन्हें कार्य से हटाने की कारगुजारी भी की जा रही है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी रसोइयों को प्रति माह कम से कम 10 हजार रुपये मानदेय भुगतान की मांग करते हुए कहा कि सरकार ने यदि उनकी मांगों को नहीं माना तो वे उग्र आंदोलन करने को विवश होंगे. इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रभूषण प्रसाद ने कहा कि रसोइयों का मानदेय भुगतान ऑनलाइन उनके निजी खाते में किया जाय. साथ ही जिले के प्रत्येक विद्यालयों में एमडीएम बनाने के लिए गैस चूल्हा उपलब्ध कराया जाये. इस अवसर पर विचार व्यक्त करने वालों में एमडीएम के जिलाध्यक्ष पवन शुक्ला, जिला महासचिव धर्मलाल पासवान, सुरेंद्र राय, जिला संयोजक कृष्णा साह, राजकुमार सिंह, आशा देवी, अफसाना खातून, कंचन लता, रूपाली कुंवर, मंटू चौधरी, विश्वबंधु कुमार महतो, सुशीला देवी, पूनम देवी आदि शामिल थे.
संचालन सुधांशु कुमार ने किया. उधर रसोइयों के धरना प्रदर्शन को लेकर नगर पालिका चौक से थाना चौक में घंटों जाम का नजारा रहा. जाम से जूझते स्कूली बच्चों तथा आम लोगो को राहत दिलाने के लिए सदर सीओ तथा विजय कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने समझा-बुझाकर जाम कम कराया.

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