बारिश से सिगनल फेल होने से परिचालन बाधित
छपरा (सारण) : बारिश के कारण छपरा जंकशन स्टेशन का ट्रैक पूरी तरह से डूब गया. यार्ड तक में पानी भर गया. जिसके कारण रविवार की रात सिगनल फेल हो गया था. कई ट्रेनों को आउटर और आसपास के स्टेशनों पर ही रोकना पड़ा. वहीं सर्कुलेटिंग एरिया में भी जलजमाव हो गया था. तो स्टेशन […]
छपरा (सारण) : बारिश के कारण छपरा जंकशन स्टेशन का ट्रैक पूरी तरह से डूब गया. यार्ड तक में पानी भर गया. जिसके कारण रविवार की रात सिगनल फेल हो गया था. कई ट्रेनों को आउटर और आसपास के स्टेशनों पर ही रोकना पड़ा. वहीं सर्कुलेटिंग एरिया में भी जलजमाव हो गया था. तो स्टेशन भवन से पानी टपक रहा था. बारिश के कारण दर्जनों ट्रेनें लेट रहीं. जिसके कारण स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक, तीन, चार, पांच, पर पानी लग गया.
यहां तक की आउटर पर भी ट्रैक पर पानी लगने के कारण सिग्नल कमजोर पड़ने लगा. कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दी गयी. कुछ देर बाद सिग्नल की समस्या अधिक हुई तो छपरा आने वाली ट्रेनों को आउटर पर ही रोक दिया गया. जिस कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सर्कुलेटिंग एरिया में जलजमाव यात्रियों के लिए पूरी तरह से दिक्कतों भरा रहा. एक तो ट्रेन घंटों आउटर पर खड़ी रही. किसी तरह प्लेटफॉर्म पहुंची.
जैसे ही स्टेशन से बाहर निकले तो सर्कुलेटिंग एरिया में भी भारी जल जमाव था. जिसके कारण उनको वापस पैसेंजर हॉल में जाना पड़ा. वहीं कई प्लेटफॉर्म की छत भी तेजी से टपक रही थी. जो रेलवे की व्यवस्था की पोल खोल रही थी. चाहे वह मुख्य रेलवे अस्पताल कार्यालय हो या दूरभाष विभाग कार्यालय हर जगह कर्मचारी पानी टपकने के कारण दोपहर तक काम नहीं कर सके. रेलवे कॉलोनियों के सभी रास्ते डूबे बारिश ने रेलकर्मियों को भी खासा परेशान किया. छपरा कचहरी लोको कॉलोनी हो या छपरा जंकशन पूर्वोत्तर रेलवे की कॉलोनी हर जगह भारी जल जमाव हो गया था. आलम यह था कि लोग अपने घरों में देर शाम तक कैद रहे. हालांकि दोपहर बाद पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों ने कॉलोनी में जलजमाव की सूचना पर पानी निकालने का काम भी शुरू कर दिया. लेकिन शाम तक कॉलोनी से पानी साफ नहीं हो सका था.