शहर के मंदिरों में आस्था का उमड़ा सैलाब
छपरा (सदर) : दशहरा पूजा को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न पूजा पंडालों में सुबह से ही श्रद्धालु मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा अर्चना करे देखे गये. पूजा को लेकर विभिन्न पंडालों में भक्तगण जहां सुबह-शाम एकत्र होकर मां की आरती कर रहे है वहीं मंत्रोच्चारण से दशहारा पूजा परवान […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
October 4, 2016 4:42 AM
छपरा (सदर) : दशहरा पूजा को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न पूजा पंडालों में सुबह से ही श्रद्धालु मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा अर्चना करे देखे गये. पूजा को लेकर विभिन्न पंडालों में भक्तगण जहां सुबह-शाम एकत्र होकर मां की आरती कर रहे है वहीं मंत्रोच्चारण से दशहारा पूजा परवान चढ़ने लगा है.
शहर के नगर पालिका चौक, नगर थाना चौक, दधिचि नगर, साहेबगंज, सोनारपट्टी, गांधी चौक, सलेमपुर चौक, कटरा, भगवान बाजार, श्यामचक आदि विभिन्न मुहल्लों में श्रद्धालु मां दुर्गे के दरबार को आकर्षक ढंग से सजाने में व्यस्त दिख रहे है. सुबह से ही श्रद्धालु फुल एकत्र कर एवं पूजा अर्चना कर मां की भक्ति में लीन हो जाते है. योगिनिया कोठी में स्थापित मां दुर्गा के मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. विभिन्न पूजा समितियों की ओर से अपने-अपने पूजा पंडालों को आकर्षक ढंग से सजाने की तैयारी की जा रही है.
विभिन्न पूजा समितियों की ओर से मां दुर्गा के पंडाल के अलावें विभिन्न चौक चौराहों पर श्री कृष्ण लीला, राम लिला, शिव महिमा, राम भक्त हनुमान की आकर्षक मूर्तियों जहां लोगों को अन्य वर्षों की भांति इस बार भी आकर्षित करेंगी. वहीं आधा दर्जन पूजा समितियों ने राज्य एवं देश स्तर तक की समसमायिक घटनाओं से संबंधित व्यंग चित्र, मूर्ति के अलावा शो मूर्ति का कार्यक्रम बनाया है.
जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचा जा सके. वहीं कई धर्माथ संस्थाएं दशहरा पूजा के दौरान मेला भ्रमण करने वालों के सुविधा के मद्देनजर प्याउ की भी व्यवस्था की तैयारी में है. वहीं विभिन्न पूजा समितियों द्वारा आकर्षक ढंग से लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है जिससे रात के दौरान सतरंगी छठा मूर्ति के साथ-साथ विभिन्न ऐतिहासिक धर्म स्थलों के आकार में बने पंडालों की सुंदरता में चार-चांद लगा सके. पूजा समितियों में आपसी स्वच्छ प्रतिस्पर्द्धा दिख रही है. जिसके तहत वे शहर के हर मार्ग को विभिन्न प्रकार की रोशनी वाले झालड़ या रोशनी के अन्य संसाधनों से सजाने की तैयारी कर रहें है. अब जब मां दुर्गे के पट खुलने में महज पांच दिन शेष रह गये है.
वैसी स्थिति में मूर्तियों के कलाकार एवं पंडालों को बनाने वाले कलाकार उन्हें बेहतर लूक देने के लिए अपने सहयोगियों के साथ दिन रात लगे हुए है.
जनप्रतिनिधियों ने भी किया दर्शन
नवरात्र के तीसरे दिन मंदिर में कई जनप्रतिनिधियों के अलावा कई जिलों के वरीय पदाधिकारियों ने अपनी हाजिरी लगाते हुए पूजा अर्चना की और मां का दर्शन प्राप्त किया.देर शाम तक मंदिर में कई प्रखंडों के पंचायत प्रतिनिधि भी पूजा अर्चना में व्यस्त दिखे.
मां की आरती में जुटी भक्तों की भीड़
इससे पूर्व रविवार की रात्रि मां अंबिका की आरती में सैकड़ों लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए मां के श्रृंगार रूप का दर्शन किया और सजे स्वरूप को देखकर अपने को अभिभूत किया.आरती के बाद माँ का पट खुला और भक्तों ने गर्भ गृह में जाकर मां के श्रृंगार रूप का दर्शन किया.दर्शन का यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा.दूर दराज से पहुंचे भक्त प्रसाद लेने के बाद अपने घरों की ओर जाते दिखे.