फुलवरिया में कटाव तेज
त्रासदी . सात दिन शांत रहने के बाद फिर उग्र हुई गंडक नदी कालामटिहनिया : गंडक नदी का कटाव तेजी से फुलवरिया और विशंभरपुर बाजार पर हो रहा है. कटाव को देखते हुए लोगों को उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में विशंभरपुर बाजार का अस्तित्व मिट जायेगा. कटाव को देखते हुए ग्रामीण तेजी से […]
त्रासदी . सात दिन शांत रहने के बाद फिर उग्र हुई गंडक नदी
कालामटिहनिया : गंडक नदी का कटाव तेजी से फुलवरिया और विशंभरपुर बाजार पर हो रहा है. कटाव को देखते हुए लोगों को उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में विशंभरपुर बाजार का अस्तित्व मिट जायेगा. कटाव को देखते हुए ग्रामीण तेजी से अपनी दुकान और मकान को तोड़ने में जुट गये हैं. ग्रामीणों के बीच काफी आक्रोश देखा जा रहा है. नदी हर पल आबादी को तबाह कर रही है.
नदी के निशाने पर आंगनबाड़ी केंद्र संख्या- 194 ऐतिहासिक नर्वदेश्वर शिव मंदिर, +2 हाइस्कूल, विशंभरपुर बाजार तथा फुलवरिया गांव हैं. विशंभरपुर बाजार के लगभग 80 परिवार तथा फुलवरिया में ढाई सौ से अधिक परिवारों की नींद हराम हो गयी है. नदी के निशाने पर ये सभी लोग आ गये हैं. अब विशंभरपुर बाजार और फुलवरिया में लोग अपने सपनों के महल को तोड़ने में लगे हुए हैं. कटाव इतना तेज है कि ग्रामीणों में अब गांव बचने की उम्मीद समाप्त हो गयी है. जितना तेजी से कटाव हो रहा है, उससे स्पष्ट है कि अगले तीन-चार दिनों में दोनों गांव साफ हो जायेंगे.
कटाव के दलदल में फंसा किशोर
गंडक नदी में कटाव को देखने के लिए गये फुलवरिया गांव के अशरफ अली (15 वर्ष) दलदल में फंस गया. उसके चिल्लाने के बाद आसपास के ग्रामीण काफी मशक्कत कर उसे घंटों प्रयास के बाद किसी तरह सुरक्षित निकालने में कामयाब हुए.
मुखिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उठायी कुदाल : फुलवरिया गांव में जब कटाव तेज हो गया तो पंचायत की मुखिया सायरा खातून के नेतृत्व में उनके प्रतिनिधि असगर अली समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण नदी को पार कर उस पार गये और पायलट चैनल के निर्माण स्थल के समीप खुद कुदाल उठा कर नदी की मुंह को मोड़ने के प्रयास में जुट गये.
नये बांध के लिए 20 तक होगा टेंडर : दियारा संघर्ष समिति का प्रयास अंतत: सफल होने लगा है. आंदोलन और धरना प्रदर्शन का असर परिणाम में बदल गया है. यूपी के अहिरौली दान से विशुनपुर तटबंध पर बनायी जानेवाले नये बांध का टेंडर 20 नवंबर तक होने की संभावना विभाग को है. कार्यपालक अभियंता शरत कुमार की मानें, तो पायलट चैनल के निर्माण के लिए भी रास्ता साफ हो गया है.