तीन माह पूर्व भी टूटा था तार
छपरा (सदर) : नैनी फीडर से होकर हसुलाही गांव से गुजरने वाली विद्युत तार की अव्यवस्था के कारण ही उसी स्थल पर तीन माह पूर्व भी तार टूटकर गिरी थी. परंतु, उस समय भी विभाग ने तार बदलने के बदले जोड़ कर महज खानापूर्ति कर दी. फलत: तीन माह के बाद हुई दूसरी घटना ने […]
छपरा (सदर) : नैनी फीडर से होकर हसुलाही गांव से गुजरने वाली विद्युत तार की अव्यवस्था के कारण ही उसी स्थल पर तीन माह पूर्व भी तार टूटकर गिरी थी. परंतु, उस समय भी विभाग ने तार बदलने के बदले जोड़ कर महज खानापूर्ति कर दी. फलत: तीन माह के बाद हुई दूसरी घटना ने दो यूवकों को जहां मौत की नींद सुला दिया.
वहीं तीसरा यूवक व हसुलाही गांव के राजकिशोर गिरि का पुत्र रंजीत गिरि जीवन-मौत से जूझ रहा है. उसका इलाज जलालपुर समुदायिक अस्पताल में चल रहा है. इस गांव से गुजरने वाली विद्युत तार जहां टूटी है उसी के निकट से मोबाइल टावर को भी विद्युत आपूर्ति की जाती है. छपरा पश्चिमी के कार्यपालक अभियंता चंद्रशेखर कुमार ने माना कि 11 हजार वोल्ट का तार गिरने के कारण हुई घटना मिथलेश प्रसाद तथा विनोद कुमार की घटना स्थल पर मौत हो गयी.
वहीं एक अन्य युवक रंजीत गिरि गंभीर रूप से जख्मी हो गया. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की तहकीकात की जा रही है. घटना के बाद पीड़ित परिवारों को नियमानुसार मुआवजा का भूगतान करने की अनुशंसा की जायेगी. उधर घटना के लगभग दो घंटे बाद पहुंचे जलालपुर बीडीओ राजेश भूषण, जलालपुर सीओ इंद्रवंश राय तथा कोपा थानाध्यक्ष मनीष कुमार को ग्रामीणों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी. हालांकि पदाधिकारियों ने समझा-बुझाकर अधजले दोनों लाश को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया.