हत्या का आरोपित धराया सफलता. दोस्त के साथ मिल कर दिया था घटना को अंजाम

गला दबा कर की गयी थी हत्या पुरस्कृत किये जायेंगे पुलिसकर्मी छपरा(सारण) : शुभम का अपहरण कर हत्या करने के बाद से ही अपराध जगत में अमित ने प्रवेश किया. पेशेवर अपराधी की तरह उसने गिरोह बनाकर क्षेत्र में लूट की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया. पहले तो पुलिस गिरफ्तारी की डर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2016 3:50 AM

गला दबा कर की गयी थी हत्या

पुरस्कृत किये जायेंगे पुलिसकर्मी
छपरा(सारण) : शुभम का अपहरण कर हत्या करने के बाद से ही अपराध जगत में अमित ने प्रवेश किया. पेशेवर अपराधी की तरह उसने गिरोह बनाकर क्षेत्र में लूट की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया. पहले तो पुलिस गिरफ्तारी की डर से भाग कर वह राजस्थान चला गया. जब यहां मामला शांत हो गया तो पुन: लौट कर आया और बकायदा गिरोह बनाकर लूट की घटनाओं में लगातार सक्रिय हो गया. सारण जिले के मांझी, एकमा, रसूलपुर, दाउदपुर के अलावा पड़ोसी जिला सीवान के सिसवन, चैनपुर थाना क्षेत्रों में अापराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा.
जब उसकी गिरफ्तारी हुई और पूछताछ के दौरान उससे जो सुराग मिले उसे सुन कर पुलिस भी हैरान रह गयी. अपराधी अमित की गिरफ्तारी रसूलपुर थाना के झुखुड़िया माई के पास से चार थानों की पुलिस ने अपनी जाल बिछा कर बड़ी मशक्कत से की है. भगवान बाजार थाना क्षेत्र के मिरचईया टोला महिमा नगर से छात्र शुभम का अपहरण भी इसी अपराधी ने अपने दोस्त राहुल के साथ मिल कर किया था और बाद में उसकी हत्या कर लाश को ठिकाने लगा दिया था. वर्ष 2014 के बहुचर्चित शुभम अपहरण कांड का फरारी होने के बाद भी पुलिस को चकमा देकर अपराध जगत में बना रहा. एएसपी सत्यनारायण कुमार ने बताया कि इस कांड का उद्भेदन करने वाले पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा. पुरस्कार के रूप में नकद राशि व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा.
स्कूली जीवन में ही अपराध जगत में रखा कदम : अमित पढ़ाई के लिये छपरा मिर्चइया टोला महिमा नगर में किराये के मकान में रहता था. राहुल और अमित दोनों ने अपहरण की योजना बनायी थी. अपहरण की योजना बना कर अपने दोस्त का ही अपहरण किया. अमित तथा उसका दोस्त राहुल ने शुभम को एकमा स्टेशन पर 4 सितंबर 2014 को बुलाया और वहां से काला रंग की पल्सर मोटरसाइकिल से बैठा कर अपने गांव डोहर ले कर चले गये. छात्र की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी.
इसी बीच 10 सितंबर को मांझी थाना क्षेत्र के जई छपरा सरयू नदी के किनारे छात्र शुभम का गला दबा कर हत्या कर दी गयी. और शव को बोरे में भर कर नदी में फेंक दिया. हत्या करने के बाद अमित और राहुल दोनों गिरफ्तारी के डर से राजस्थान भाग गये. शुभम अपने मां बाप का इकलौता पुत्र था. उसके पिता विदेश में रहते थे. पढ़ाई के दौरान शुभम और अमित की दोस्ती हुई थी. दोनों फरारी होने के बाद नौ माह बाद राजस्थान से अपने गांव आकर अपराध जगत में सक्रिय हो गया. अपने गांव के मनीष, भुअर, नेहाल, राहुल तथा घुरापाली के अमितेश के साथ मिलकर फिर से मोटरसाइकिल लूट में सक्रिय हो गया.
इसी बीच महम्मदपुर मुखिया सिया देवी के पौत्र व चिमनी भट्ठा मालिक विकास उपाध्याय की 19 अक्तूबर को पांचों ने मिल कर मोटरसाइकिल तथा मोबाइल लूट ली. सीवान जिले के चैनपुर में भी दो बाइक को पहले लूट लिया था.
शुभम अपहरण कांड की सुलझ गयी गुत्थी
लगातर लूट के बाद पुलिस हुई सक्रिय
लगातर लूट की घटना के बाद पुलिस सक्रिय हुई. सर्विलान्स के आधार पर पुलिस ने अपराधियों के गतिविधियों पर नजर रखने लगी. मांझी के थानाध्यक्ष प्रभाकर पाठक,रसूलपुर के संजय कुमार,एकमा के नीरज कुमार तथा बनियापुर के ज्वाला सिंह ने संयुक्त रूप से छापेमारी की जिसमें अमित को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से बरामद पिस्टल के मामले में रसूलपुर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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