हत्या के बाद कर्मी का शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम

दिघवारा : पूर्णिया के भवानीपुर प्रखंड के कृषि विभाग में कार्यरत लिपिक आलोक शर्मा की हत्या के बाद सोमवार की सुबह उसका पार्थिव शरीर शीतलपुर के बाबू टोला पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया और परिजन शव से लिपटकर चित्कार मारकर रो पड़े. पत्नी सोनी देवी और मां शारदा देवी समेत अन्य परिजनों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2016 7:55 AM
दिघवारा : पूर्णिया के भवानीपुर प्रखंड के कृषि विभाग में कार्यरत लिपिक आलोक शर्मा की हत्या के बाद सोमवार की सुबह उसका पार्थिव शरीर शीतलपुर के बाबू टोला पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया और परिजन शव से लिपटकर चित्कार मारकर रो पड़े. पत्नी सोनी देवी और मां शारदा देवी समेत अन्य परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल था. हर कोई हत्या के बाद मर्माहत दिखा. बाद में पिपरा घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया, जहां मुखाग्नि उसके एकमात्र पुत्र ओम ने दिया.
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक पिता की मृत्यु के बाद आलोक की अनुकंपा पर नौकरी लगी थी और वह नौ जून 2012 को ज्वाइन किया था तथा भवानीपुर व रूपौली प्रखंडों के कार्यों को निबटाता था.
आलोक दो भाइयों में सबसे बड़ा था और वर्ष 2002 में उसकी शादी वैशाली जिले के रत्ती भगवानपुर निवासी तारकेश्वर सिंह की बेटी सोनी कुमारी के साथ हुआ था. जिस कर्मी की हत्या हुई उसे सात साल का एक बेटा है. परिजनों के अनुसार आलोक अपने ड्यूटी वाले जगह पर अकेले रहता था.

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