गिरफ्तार हो सकते हैं जेपी विवि के तीन पूर्व अधिकारी

छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेजों में सरकार से प्राप्त अनुदान राशि में अनियमितता के मामले में जल्द ही निगरानी विभाग पूर्व कुलपति डॉ डीके गुप्ता, लोकेश कुमार एवं रजिस्ट्रार डॉ आरपी बबलू व डॉ अच्युतानंद को गिरफ्तार कर सकती है. उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट इश्यू कराने की कार्रवाई की जा रही है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2017 3:45 AM

छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेजों में सरकार से प्राप्त अनुदान राशि में अनियमितता के मामले में जल्द ही निगरानी विभाग पूर्व कुलपति डॉ डीके गुप्ता, लोकेश कुमार एवं रजिस्ट्रार डॉ आरपी बबलू व डॉ अच्युतानंद को गिरफ्तार कर सकती है. उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट इश्यू कराने की कार्रवाई की जा रही है और संबंधित आइओ को गिरफ्तारी करने या कुर्की जब्ती लाने का निर्देश दिया.

उक्त बातें निगरानी विभाग के डीएसपी मुख्यालय अमजद अली ने कोर्ट में दाखिल किये गये. वित्तीय अनियमितता मामले की प्रगति रिपोर्ट में कहीं है. इस आशय का शपथ दाखिल करते हुए अली ने कोर्ट को बताया है कि डॉ पीएन सिंह डिग्री कॉलेज के मामले में पूर्व प्राचार्य व सचिव डॉ विनोद कुमार के खिलाफ मिले साक्ष्यों के आधार पर सह अभियुक्त बनाया गया है. वहीं मामले में पीआइएल दाखिल करने वाले डीबीएसडी कॉलेज कदना के प्राचार्य निरंजन कुमार व सचिव श्रीधर दास को भी मिले. साक्ष्य के आधार पर निगरानी ने अभियुक्त बना दिया है. श्री अली ने रिपोर्ट में बताया है
कि सभी आठों मामलों के आइओ अभियुक्तों के पतों का सत्यापन कर रहे हैं. वहीं 10 दिनों में संबंधित डीएम से संबद्ध स्थापित कर निगरानी व कुर्की की कार्रवाई की जायेगी. निगरानी के रिपोर्ट में नये लोगों के नाम आने व वारंट तथा गिरफ्तारी की कार्रवाई की बात सामने आने से कॉलेजों व यूनिवर्सिटी के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
निगरानी के डीएसपी ने कोर्ट को शपथ पत्र सौंप दी जानकारी

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