पुल का निर्माण पूरा नहीं होने से ग्रामीण भड़के

विरोध . ग्रामीणों ने आक्रोशित हो की नारेबाजी परसा : प्रखंड के श्रीरामपुर दलित बस्ती से होकर गुजरने वाली नहर पर निर्माण हो रहे पुल का निर्माण कार्य पूर्ण करने में पांच साल भी कम पर गया. 24 लाख 40 हजार की लागत से निर्मित होने वाले पुल का निर्माण कार्य बाधित होने से नाराज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2017 6:18 AM

विरोध . ग्रामीणों ने आक्रोशित हो की नारेबाजी

परसा : प्रखंड के श्रीरामपुर दलित बस्ती से होकर गुजरने वाली नहर पर निर्माण हो रहे पुल का निर्माण कार्य पूर्ण करने में पांच साल भी कम पर गया. 24 लाख 40 हजार की लागत से निर्मित होने वाले पुल का निर्माण कार्य बाधित होने से नाराज स्थानीय दलित ग्रामीणों ने संवेदक के विरोध में नारेबाजी किया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि 2012 में अमनौर के तात्कालिन विधायक कृष्ण कुमार की ओर से दलित बस्ती को मुख्य मार्ग और प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने के उद्देश्य से नहर पर पुल निर्माण का शिलान्यास किया गया था. शिलान्यास होने से दलित बस्ती के अलावा बेदवालिया, सिकटी, अंजनी, पोखरपुर, बभनगावां, सगुनी आदि दर्जनों गांव के ग्रामीणों के बीच यातायात की सुविधा मिलने की उम्मीद जगी थी. पुल निर्माण की शुरुआत देख ग्रामीणों की चेहरे खिल उठे थे. लेकिन कुछ दिन बाद संवेदक द्वारा निर्माण कार्य को बाधित कर दिया गया. जिससे ग्रामीणों की उम्मीद पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
प्रखंड से लेकर सीएम तक ग्रामीणों ने की है शिकायत : पुल निर्माण कार्य बाधित होने के तीन साल बाद ग्रामीण सुमन कुमार राम, वकील राम, उमेश राम, मुकेश राम ने प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी से लेकर पुल निर्माण विभाग और मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक लिखित शिकायत कर चुके है. ग्रामीणों ने स्थानीय पूर्व और वर्तमान विधायक, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य आदि से भी शिकायत कर पुल निर्माण कराने की मांग किया. लेकिन दलित परिवार को निराश ही हाथ लगी.
अधूरे पुल पर बिजली का खंभा रख करते हैं आवागमन : अधूरे पुल के ऊपर बिजली का खंभा रख दर्जनों गांव के लोग बाइक, साइकिल और पैदल गुजरने को विवश है. नहर के एक बांध पर सरकार द्वारा सड़क निर्माण कार्य हो रहा है. नहर के पार विद्यालय स्थित होने के करण छोटे बच्चे पुल को पार कर जाने को विवश होते हैं. पुल पर से गिरने से दर्जनों बच्चों और वृद्ध अब तक जख्मी हो चुके हैं. नहर पर पुल निर्माण होते ही दलित बस्ती के अलावे दर्जनों गांव एसएच 73, एनएच 102 परसा-मकेर मुख्य पथ और प्रखंड मुख्यालय से संपर्क हो जायेगा. पुल निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को काफी दूरी तय करनी पड़ती है. वही छात्रों को विद्यालय जाने के लिए कोई दूसरा मार्ग नहीं है.
निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर ग्रामीण करेंगे सड़क जाम : प्रदर्शन कर नारेबाजी कर रहे दलित बस्ती के ग्रामीणों ने आगामी 15 दिनों में पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर बाध्य होकर ग्रामीण परसा-सीवान एसएच 73 पर सगुनी नहर के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया.

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