सारण (इसुआपुर) : बिहारके सारण जिले में इसुआपुर के सुम्हां गांव के देवी स्थान परिसर में जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों के सहयोग से अंतरजातीय प्रेमी युगल की शादी करा दी गयी. पिछले छह महीने से उसुरी कला गांव के वीरेंद्र गिरि का पुत्र रंजीत और सुम्हां गांव के तारकेश्वर प्रसाद की पुत्री कुसुम कुमारी के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. कुसुम व रंजीत के गांव के पास ही कोचिंग में पढ़ने जाते थे. वहीं दोनों के नयन चार हुए.
विगत मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा में प्रेमी ने प्रेमिका की परीक्षा भी दिलवायी थी. अगले दिन सुबह अचानक घरवालों की नजर जब उसपर पड़ी तो वे आग बबूला हो गये. लड़की के घरवाले उसे मारना-पीटना चाह रहे थे. लेकिन प्रेमिका ने अपनी जान का वास्ता देकर उसे खरोंच तक आने नहीं दिया. लड़के ने भी शादी का प्रस्ताव रखा. अन्यथा आत्महत्या कर लेने की धमकी दी.
परिजन व ग्रामीण लड़के को कमरे में बंद कर बंधक बना लिये तथा उसके माता पिता को बुलाया. शादी का प्रस्ताव रखा गया. हालांकि दोनों के परिजन अंतरजातीय विवाह करने को राजी नहीं थे. बाद में जिला पार्षद गीतासागर राम और स्थानीय मुखिया बीगन मांझी के काफी समझाने-बुझाने पर बिना कोई ताम-झाम के दोनों के पहने हुए जेनरल लिबास में ही प्रेमी युगल की शादी करा दी गयी. जिसमें दोनों के परिजन भी शामिल हुए. इस आदर्श प्रेम विवाह की चर्चा क्षेत्र में
जोरों पर है.