1310 गांवों में चलेगा अभियान
कवायद. कालाजार उन्मूलन के लिए प्रखंडों में होगा डीडीटी छिड़काव 98 दिनों तक चलेगा छिड़काव अभियान छिड़काव के साथ कालाजार मरीजों की होगी खोज राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट करेगा सहयोग छपरा(सारण) : जिले को कालाजार से मुक्त करने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. जिले के प्रभावित 20 प्रखंडों तथा सात शहरी क्षेत्रों […]
कवायद. कालाजार उन्मूलन के लिए प्रखंडों में होगा डीडीटी छिड़काव
98 दिनों तक चलेगा छिड़काव अभियान
छिड़काव के साथ कालाजार मरीजों की होगी खोज
राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट करेगा सहयोग
छपरा(सारण) : जिले को कालाजार से मुक्त करने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. जिले के प्रभावित 20 प्रखंडों तथा सात शहरी क्षेत्रों में रोकथाम के लिए 25 मार्च से छिड़काव शुरू होगा. इसके लिए विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ बी के श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में 20 प्रखंडों तथा सात शहरी क्षेत्रों के 1310 गांव व टोलों को कालाजार प्रभावित क्षेत्र के रूप में चयनित किया गया है. जहां पहली बार सिंथेटिक पायोराइड (एसपी) नामक दवा का छिड़काव कार्य आगामी 25 मार्च से शुरू होगा। 98 दिनों तक कार्य जारी रहेगा. जिसके लिए 110 टीम का गठन किया गया है. प्रत्येक टीम में छह कर्मचारी लगाये गये हैं.
इसके देख-रेख के लिए कई स्तर पर पर्यवेक्षक भी तैनात किया गया है. जो कार्य के गुणवत्ता की भी देख-रेख करेंगे. साथ ही आदेश दिया है कि अगर क्षेत्र में किसी भी तरह की कठिनाई हो तो उसका तुरंत रिपोर्ट करेंगे.
सुरक्षा पोशाक से रहेंगे लैस : छिड़काव के दौरान सभी कर्मचारी सुरक्षा पोशाक से लैस रहेंगे. इसको लेकर दवा मिलाने व छिड़काव के लिए प्रशिक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है. जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ बीके श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान के दौरान प्रखंड 20 प्रखंड और सात शहरी क्षेत्रों के 1310 गांव व टोले में दवा का छिड़काव किया जायेगा. ताकि कालाजार मुक्त गांव बन सके.
जनप्रतिनिधियों से भी लिया जायेगा सहयोग : कालाजार दवा के छिड़काव के लिए पंचायत के मुखिया के नेतृत्व में एक टीम बनाकर छिड़काव में मदद ली जायेगी. इसके लिए सीएस ने सभी प्रखंडों के प्रमुख से पंचायत प्रतिनिधियों से कालाजार उन्मूलन में सहयोग की अपील की है.जिससे कालाजार का खात्मा हो सके.
छिड़काव कार्य में कुल 610 कर्मी करेंगे कार्य
कालाजार मरीजों की होगी पहचान
छिड़काव अभियान के दौरान कालाजार मरीजों की खोज की जायेगी और उनकी जांच कर पहचान किया जायेगा. कालाजार के चिह्नित मरीजों को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा जायेगा. इसके अलावा सोनपुर, तरैया, बनियापुर रेफरल अस्पतालों में भेजा जायेगा. बिहार को कालाजार मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
खास बातें
जिले में 700 गांव कालाजार से प्रभावित है. प्रभावित गांवों के पांच सौ मीटर की परिधि में आने वाले 610 गांवों में भी कालाजार उन्मूलन के लिए छिड़काव किया जायेगा.
राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, डब्ल्यू एच ओ, केयर इंडिया करेगा सहयोग
केयर इंडिया मानव बल उपलब्ध करायेगा
राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट वैज्ञानिक तकनीक से कार्य करने में सहयोग करेगा
कालाजार उन्मूलन के लिए 25 से अभियान
जिले में कालाजार उन्मूलन के लिए छिड़काव किया जायेगा. 25 मार्च से अभियान शुरू किया जायेगा. इसके लिए माइक्रो प्लान और एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है. सभी चिकित्सकों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का काम पूरा हो गया है.हमारी कोशिश है कि जिले से कालाजार रोग को पूरी तरीके से समाप्त किया जाय.
डॉ बीके श्रीवास्तव, जिला मलेरिया पदाधिकारी, सारण
आरएमआरआइ करेगा सहयोग
डीडीटी का छिड़काव अभियान के दौरान राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट समेत कई संस्थान सहयोग करेंगे. डब्ल्यूएचओ और केयर इंडिया के कर्मचारी पदाधिकारी सहयोग करेंगे. दिसंबर 2017 तक बिहार को कालाजार मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है. डब्ल्यूएचओ की ओर से छिड़काव अभियान के दौरान मानीटरिंग की जायेगी.
प्रत्येक दो तीन प्रखंड पर डब्ल्यू एच ओ के एक मॉनीटर कार्य करेंगे. 110 छिड़काव दल के साथ आरएमआरआई के 110 पर्यवेक्षक तैनात रहेंगे. केयर इंडिया की ओर से प्रत्येक प्रखंड में एक-एक सुपरवाइजर तैनात किया गया है. आरएमआरआई की ओर से छिड़काव अभियान के दौरान वैज्ञानिक तकनीक से कार्य करने की जानकारी दी जाएगी और उसकी निगरानी की जायेगी.