बेहतर कृषि उपज से देश की समृद्धि संभव

छपरा (सदर) : सारण प्रमंडल में सरकार की ओर से कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए सरकार की विभिन्न अनुदान व अन्य योजनाओं को धरातल पर लाने का हर संभव प्रयास करें. बेहतर कृषि उपज से किसान के साथ-साथ राज्य एवं देश की समृद्धि संभव है. ये बातें प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने शनिवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2017 11:12 PM

छपरा (सदर) : सारण प्रमंडल में सरकार की ओर से कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए सरकार की विभिन्न अनुदान व अन्य योजनाओं को धरातल पर लाने का हर संभव प्रयास करें. बेहतर कृषि उपज से किसान के साथ-साथ राज्य एवं देश की समृद्धि संभव है. ये बातें प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने शनिवार को प्रमंडलीय आयुक्त सारण के सभाकक्ष में आयोजित प्रखंड स्तरीय खरीफ महाअभियान सह महोत्सव 2017 का द्विप प्रज्जवलित कर उद्घाटन करते हुए कही.

खरीफ उत्पादन के विभिन्न कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उन्होंने जिला से लेकर पंचायत स्तर के कृषि से जुड़े पदाधिकारियों को मनोयोग से काम करने की जरूरत जतायी. उन्होंने कहा कि सारण प्रमंडल में खरीफ फसल उत्पादन के लिए जो लक्ष्य निर्धारित है वह पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं किसानों के आपसी सामंजस्य से ही संभव है. इस अवसर पर आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए सारण प्रमंडल के संयुक्त कृषि निदेशक बैजनाथ रजक ने सारण,

सीवान व गोपालगंज में धान, मक्का, मरूआ, अड़हड़, मूंग, तील, सूर्यमुखी, अंडी, तेलहन आदि के जिलावार निर्धारित अक्षादन के लक्ष्य एवं उत्पादकता का ब्योरा प्रस्तुत किया. दो सत्रों में आयोजित होने वाली इस खरीफ कार्यशाला के दौरान सारण, सीवान, गोपालगंज के जिला कृषि पदाधिकारियों ने खरीफ उत्पादन कार्यक्रम की जिलावार रणनीति तथा लक्ष्य प्राप्ति हेतु कार्य योजना की चर्चा की.

सीवान आत्मा के परियोजना निदेशक दिनेश प्रसाद ने आत्मा की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पुसा के कृषि वैज्ञानिक डॉ एनके सिंह ने धान की सीधी बोआई के संबंध में परिचर्चा एवं कृष से संबंधित समस्याओं का जवाब दिया. उनके साथ कृषि विज्ञान केंद्र मांझी के वैज्ञानिक डॉ आरके झा ने भी खरीफ के बेहतर उत्पादन के विभिन्न आयामों की चर्चा की.
मत्स्य विभाग, संयुक्त कृषि निबंधक सहयोग समितियां, नहर विभाग के पदाधिकारियों ने भी कार्यशाला में योजनाओं के बारे में अपने विभाग के दायित्वों एवं रणनीतियों की चर्चा की. कार्यशाला में निदेशक पीपीएम बिहार धनंजयपति त्रिपाठी ने खरीफ उत्पादन कार्यक्रम की जानकारी दी. धन्यवाद ज्ञापन सारण के जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल ने किया.

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