माफियाओं ने बालू घाटों पर शुरू की अवैध वसूली

सोनपुर : क्षेत्र में बालू माफिया अपनी समानांतर सरकार चला रहे हैं. दियारा क्षेत्र में जितने भी बालू घाट वैध अवैध रूप से चल रहे है वहां पर बालू माफियाओं के द्वारा रंगदारी टैक्स को निर्धारित कर दिया है. जैसा काम वैसा टैक्स लिया जाता है. बालू का खनन हो या भंडारण अथवा ट्रकों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2017 5:23 AM

सोनपुर : क्षेत्र में बालू माफिया अपनी समानांतर सरकार चला रहे हैं. दियारा क्षेत्र में जितने भी बालू घाट वैध अवैध रूप से चल रहे है वहां पर बालू माफियाओं के द्वारा रंगदारी टैक्स को निर्धारित कर दिया है. जैसा काम वैसा टैक्स लिया जाता है. बालू का खनन हो या भंडारण अथवा ट्रकों का परिचालन आपको इन सारे कार्यों के लिए बालू माफियाओं का सहयोग लेना ही पड़ेगा. अन्यथा उनका कहर झेलने के लिए तैयार रहे. बालू का ओवर लोड परिचालन निरंतर दियारे क्षेत्र से रात्रि में जारी है. दिन के उजाले में तो प्रशासन बालू के अवैध कारोबार करनेवालों एवं ओवर लोड वाहनों के प्रति सख्त नजर आती है,

लेकिन शाम होते ही सैकड़ों ओवर लोडेड ट्रक अवैध बालू लेकिन हरिहर नाथ मंदिर पहलेजा से गुजरती है. जबकि प्रशासन की ओर से हरिहर नाथ मंदिर के पास बड़े वाहनों के प्रवेश पर वर्जित का बोर्ड लगाया गया है. प्रशासन भी बालू के अवैध कारोबार एवं ओवर लोडिंग को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. ओवर लोडिंग बड़े वाहनों के चलने से सड़कों का बुरा हाल है. बालू माफियाओं ने रोड टैक्स के रूप में प्रत्येक ट्रक से सौ रुपये वसूलने का काम काफी दिनों से कर रहा है. वहीं रात्रि में ओवरलोड गाड़ी सुरक्षित थाना क्षेत्र से बाहर निकलने के लिए प्रत्येक ट्रक पांच सौ रुपये देने पड़ते है. स्थानीय पुलिस प्रशासन भी सब कुछ जानते हुए मौन साधे हुए है. बालू माफियाओं का तार शासन-प्रशासन के लोगों से जुड़े होने के संभावनाओं से भी इंकार नही किया जा सकता है.

क्योंकि बालू माफियाओं के द्वारा सबलपुर सड़क मरम्मत शुल्क के रूप मे सौ रुपए का रशीद दिया जा रहा है, जो रशीद पुलिस प्रशासन के समक्ष भी आता है. अगर आप सौ रुपए का रशीद नही लेगे तो उस रास्ते से आपकी गाड़ी नहीं गुजरेगी. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि राहर दियरा पुल के पास प्रशासन की ओर से बड़े वाहनो के प्रवेश पर रोक लगायी गयी थी. साथ ही एक बैरियर भी बनवाये गये थे. लेकिन कुछ दिनों बाद बालू माफियाओ ने प्रशासन के अप्रत्यक्ष सहयोग से उस बैरियर को उखाड़ फैका और उसी समय से रोड टैक्स लागु हो गया. रोड टैक्स के रूप मे प्रत्येक दिन पांच हजार रुपये से अधिक की अवैध कमाई हो रही है. पुलिस प्रशासन भी ओवर लोडिंग जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने का काम करती है. हालांकि नुमंडल के वरीय पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि बालू माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए लगातार जांच अभियान चलाया जा रहा है. अवैध रूप से बालू का परिवहन करने वाले ट्रकों को जब्त करने की कार्रवाई भी की जा रही है.

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