सर्वर में नहीं हो रहा कोई सुधार, नामांकन के लिए आवेदन करने में हो रही है दिक्कत

सर्वर स्लो होने के कारण स्नातक सत्र 2024-28 में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है. विश्वविद्यालय ने अपने वेबसाइट पर एक स्टूडेंट कॉर्नर बनाया है. जिस पर आवेदन करने के लिए लिंक जारी किया गया है. जब छात्र-छात्राएं किसी साइबर कैफे में या अपने लैपटॉप पर लिंक को खोल रहे हैं. तो सर्वर काफी स्लो चल रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | June 9, 2024 10:18 PM

छपरा. सर्वर स्लो होने के कारण स्नातक सत्र 2024-28 में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है. विश्वविद्यालय ने अपने वेबसाइट पर एक स्टूडेंट कॉर्नर बनाया है. जिस पर आवेदन करने के लिए लिंक जारी किया गया है. जब छात्र-छात्राएं किसी साइबर कैफे में या अपने लैपटॉप पर लिंक को खोल रहे हैं. तो सर्वर काफी स्लो चल रहा है. ऐसे में आवेदन करते समय डाटा अपलोड करने में काफी समय लग जा रहा है. वहीं कई बार बीच में ही लिंक बाधित हो जाने से फिर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ रही है. रविवार को भी कुछ छात्र-छात्राएं शहर के साइबर कैफे में आवेदन करने के लिए पहुंचे थे. छात्र दीपक राज, मुकेश कुमार, मो रिजवान आदि ने बताया कि सामान्य रूप से पांच से 10 मिनट अप्लाइ में लगने चाहिये, लेकिन कई बार तो एक से डेढ़ घंटे तक का समय लग जा रहा है. वहीं जब आवेदन के दौरान सभी डॉक्यूमेंट व जानकारियां अपलोड कर दे रहे हैं. उसके बाद जब पेमेंट करने जा रहे हैं. तब अचानक लिंक बाधित हो जा रहा है. कई बार तो पेमेंट फंस जाने के कारण छात्रों को दोबारा शुल्क जमा करना पड़ रहा है. छात्र-छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय को ऑनलाइन आवेदन के लिए गूगल फॉर्म का सहारा नहीं लेना चाहिये. किसी बढ़िया सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता तो ऐसी परेशानी नहीं होती. विश्वविद्यालय को इस कार्य के लिए किसी एक्सपर्ट को भी हायर करना चाहिये. जिससे छात्रों को परेशानी नहीं हो. उधर जिले के प्रमुख छात्र संगठन भी ऑनलाइन अप्लाइ प्रक्रिया के लिए विश्वविद्यालय द्वारा बनाये गये फॉर्मेट का विरोध कर रहे हैं. छात्र संगठनों का कहना है कि गूगल फॉर्म कहीं से भी सही नहीं है. विश्वविद्यालय को किसी एजेंसी के माध्यम से यह काम करवाना चाहिये. जो छात्र हित में भी सही रहेगा. उधर छात्र कल्याण विभाग के अध्यक्ष डॉ सरफराज अहमद ने बताया कि विश्वविद्यालय की तकनीकी सेल की टीम लगातार वेबसाइट को दुरुस्त करने में लगी है. कहीं से भी जब भी कभी सर्वर स्लो होने या लिंक में कोई परेशानी होने की सूचना मिल रही है. तो उसे तुरंत ठीक कराया जा रहा है. विदित हो कि विश्वविद्यालय द्वारा 29 मई को ही स्नातक में नामांकन के लिए अप्लाइ करने हेतु नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया था. लेकिन नोटिफिकेशन जारी करने के अगले दिन ही वेबसाइट पर कोई तकनीकी गड़बड़ी आ गयी. जिस कारण दो दिन के लिए अप्लाइ की प्रक्रिया स्थगित करनी पड़ी थी. जिसके बाद फिर से वेबसाइट में सुधार के बाद अप्लाइ शुरू हुआ. लेकिन अभी भी पूरी तरह से तकनीकी समस्या को दूर नहीं किया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version