बिहार व उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने लोकसभा चुनाव के दौरान शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसने के लिए रणनीति बनायी

सिमावर्ती जिलों के उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों की समन्वय बैठक में अवैध शराब की तस्करी, निर्माण, भंडारण आदि पर अंकुश लगाने की कार्य योजना पर विचार विमर्श किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2024 10:58 PM
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संवाददाता, छपरा (सदर).

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार व उत्तर प्रदेश के सिमावर्ती जिलों के उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों की समन्वय बैठक आयोजित की गयी. जिसमें अवैध शराब की तस्करी, निर्माण, भंडारण आदि पर अंकुश लगाने की कार्य योजना पर विचार विमर्श किया गया. वहीं इस दौरान संयुक्त कार्रवाई एवं सूचनाओं के अदान, प्रदान पर भी सहमति बनी जिससे शराब के धंधेबाजों को दबोचा जा सके. बैठक में सारण के सहायक आयुक्त केके झा, उत्पाद अधीक्षक बक्सर, उत्पाद अधीक्षक सीवान, जिला अपकारी पदाधिकारी बलिया, उप अपकारी आयुक्त आजम गठ प्रभाग के साथ बलिया जिला के सभी अपकारी पदाधिकारी मौजूद थे.मालुम हो कि बलिया के सीमा पर अवस्थित सारण जिले में उत्पादन विभाग द्वारा समय-सयम पर धंधेबाजों को मांझी में बनाये गये चेकपोस्ट पर पकड़ा जाता है. हालांकि उत्तर प्रदेश में शराबबंदी नहीं है. जबकि बिहार में शराबबंदी है. ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश में शराब बंदी नहीं होने का फायदा उठाकर शराब के धंधेबाज सड़क मार्ग एवं नदी मार्ग से बड़े पैमाने पर पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों से तथा उत्तर प्रदेश से होकर शराब का कारोबार बिहार के विभिन्न जिलों में करते है. इन शराब के धंधेबाजों के कारगुजारियों पर चुनाव के दौरान रोक लगाने के उद्देश्य से ही प्रशासन द्वारा जिले के सीमावर्ती जिलों एवं राज्य की सीमा पर विभिन्न मार्गों में चेक पोस्ट बनाये गये है. जिससे किसी भी स्थिति में बाहरी अवैध धंधेबाजों का प्रवेश सारण में नहीं हो सके.
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