छपरा. भाकपा माले के छात्र युवा संगठन आइसा और आरवाइए ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सोमवार को चक्का जाम किया. उनका सहयोग एसएफआइ ने भी किया. इस दौरान थाना चौक और दारोगा चौक को छात्रों ने जाम कर दिया. थोड़ी देर के लिए आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. आइसा के जिला सचिव दीपांकर कुमार ने बताया कि राज्य संघ के आह्वान पर चक्का जाम का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि 70वीं बीपीएससी पीटी की परीक्षा रद्द कर उसका पुनः आयोजित करायी जाये. उन्होंने कहा कि पटना समेत बिहार के कई केंद्रों पर पेपर लीक हुआ और घोर आपत्तिजनक अनियमितताएं हुईं. छात्रों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की, तो उन पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया. सरकार अंधी और बहरी बन गयी है. रविवार की रात भी अभ्यर्थियों पर बर्बर तरीके से वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. जिलाध्यक्ष कुणाल कौशिक ने कहा कि पटना जिले के पालीगंज के परीक्षार्थी सोनू कुमार ने इस तनाव में अपनी जान दे दी. उन्होंने इसे आत्महत्या के बजाय सांस्थानिक हत्या करार देते हुए कहा कि इसकी जिम्मेदारी नीतीश नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार की है. प्रारंभ में म्युनिसिपल चौक से मार्च निकाला गया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने थाना चौक और दारोगा राय चौक पर प्ले कार्ड के साथ बीच सड़क पर बैठकर जाम किया. सभा को आरवाइए जिला संयोजक अनुज दास, एसएफआइ जिला सचिव देवेंद्र कुमार, राज्य उपाध्यक्ष रूपेश कुमार आदि ने संबोधित किया. चक्का जाम करने में विनय कुमार, नीरज कुमार, हिमांशु कुमार, अंशु पासवान, अंशु कुमार, प्रिंस कुमार शामिल थे.
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