Sonepur Mela: सारण जिले के हरिहर क्षेत्र में लगने वाला विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला बुधवार 13 नवंबर से शुरू हो गया है. राज्य के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर इसका उद्घाटन किया. इस मेला क्षेत्र में तरह-तरह की दुकानें और बाजार लगते हैं. मनोरंजन के लिए यहां झूले और थियेटर भी लगाए जाते हैं. लेकिन मेले में लगने वाला पशु बाजार इस ऐतिहासिक मेले की समृद्धि और भव्यता का गवाह रहा है. हालांकि समय के साथ पशु बाजार की प्रासंगिकता खत्म होती जा रही है.
किसान से लेकर VIP तक खरीदने पहुंचते हैं बैल
सोनपुर मेले में पशु बाजार का महत्व कम होने के बावजूद बैल बाजार और घोड़ा बाजार आज भी अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं. बैल बाजार में पहले की तुलना में हजारों की संख्या में सुंदर और हट्टे-कट्टे बैल तो नहीं दिखते, लेकिन जो बैल होते हैं, वे इस बाजार को गुलजार कर देते हैं. हीरा- मोती, राम-श्याम और न जाने कितने नामों से देशी बैलों की जोड़ी बिक्री के लिए तैयार रहती है. गांवों के किसानों से लेकर बड़े वीआईपी घराने तक, हर कोई यहां बैल खरीदने आता है. छोटी गाड़ियों से लेकर स्कॉर्पियो तक में सवार होकर लोग यहां बैल खरीदने आते हैं.
46000 से 2.5 लाख तक में मिल रहे बैल
छपरा के कटसा गांव से बैल बाजार में अपने दो जोड़ी बैल बेचने आए रामबली साह, छबीला राय, मनोज राय आदि ने बताया कि बैल बाजार में 2.5 लाख से लेकर 46000 तक बैल उपलब्ध हैं. बाजार में व्यवस्था पहले जैसी नहीं है. लाइट और शौचालय जैसी जरूरी सुविधाएं नदारद हैं, इसके बावजूद बैल बाजार में कारोबार की संस्कृति अब भी बरकरार है.
मेले में और क्या है खास
सोनपुर मेला में घोड़ा और बैल बाजार के अलावा इस बार गए बाजार, बकरी और कुत्ता बाजार, शृंगार और खिलौना बाजार, फर्नीचर बाजार, रेडीमेड कपड़े और उलेन बाजार, कृषि यंत्र स्टॉल, ट्रैक्टर स्टॉल, सब्जी के बीज के स्टॉल, ऑटोमोबाइल्स शो रूम, झूला और अन्य मनोरंजन स्थल, थियेटर, पैरा साइकिलिंग, हॉट एयर बैलून, डिजनीलैंड, मछली बाजार, मीना बाजार, नौकायन एवं आर्चरी भी लोगों को आकर्षित करेंगे.
Also Read :
Sonepur Mela: राजस्थान-पंजाब से सोनपुर मेले में आने लगे खास नस्ल के घोड़े, लाखों में है कीमत
विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का डिप्टी सीएम ने किया उदघाटन, 100 करोड़ के कारोबार का अनुमान