छपरा. नवरात्र शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं. छपरा के रेलवे जंक्शन से सटे बुढ़िया माई के मंदिर में भी नवरात्र के समय भक्तों का तांता लगा रहता है. ऐसे में यहां पूजा अर्चना को लेकर अभी से ही तैयारी की जा रही है. यहां सच्चे मन से मांगी हर मुरादें पूरी हो जाती हैं. वैसे तो अभी यह मंदिर व्यापक स्तर पर जीर्णोद्धार की बांट जोह रहा है. यहां तक पहुंचने के लिए व्यवस्थित मार्ग भी नहीं है. हालांकि अभी यहीं से होकर छपरा जंक्शन के सेकेंड इंट्री गेट का निर्माण हो रहा है. ऐसे में आवागमन आने वाले दिनों में सहज हो जायेगा. मंदिर से जुड़ी मान्यताओं से प्रभावित होकर मुश्किल परिस्थितियों में भी भक्त यहां अपनी हाजिरी लगाने जरूर आते हैं. नवरात्र में यहां नवदुर्गा की पूजा पूरे भक्ति भाव से की जाती है. सप्तमी व अष्टमी को विशेष भोग लगता है. वहीं नवमी के दिन कुंवारी भोज के साथ भंडार भी लगता है. शहर के साथ जिले के अलग-अलग प्रखंडों समेत दूसरे जिले से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. 250 वर्ष पुराना है मंदिर : मंदिर की स्थापना कब हुई इसका कोई लिखित प्रमाण तो नहीं है लेकिन स्थानीय लोग व मंदिर विकास समिति से जुड़े लोगों ने बताया कि लगभग 250 वर्षों से यहां पूजा हो रही है. मन्दिर में कुछ वर्षों पूर्व निर्माण का कार्य हुआ था. उस समय खुदाई करते हुए वर्ष 1911, 1918, 1925 व 1931 की ईंट मिली. जिसके बाद यह प्रमाणित हुआ कि यहां मंदिर रेलवे की स्थापना से पूर्व से है. बुढ़िया माई मंदिर विकास समिति से जुड़े सदस्य बताते हैं कि जिले के प्रबुद्धजनों व स्थानीय नागरिकों के सहयोग से मंदिर के जीर्णोद्धार की कवायद हुई है
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