मकेर. गंडक नदी में बाढ़ की परेशानी से निजात मिलते ही नदी में कटाव से लोगों का आशियाना उजड़ने लगा है. गंडक नदी में लगातार हो रहे कटाव ने दर्जनों लोगों के घर को पानी में समाहित कर लिया है. आने वाले दिनों में और दर्जनों घर नदी में सहसमित हो सकते हैं. सभी लोग अपना आशियाना उजड़ने के बाद बांध के तरफ पलायन करने लगे है. प्रखंड के बघाकोल पंचायत के बैकुंठपुर लगुनिया के दियरा क्षेत्र में वर्षों से निवास करने वाले ग्रामीणों की आशियाना उजड़ने लगी है. ग्रामीण हैजलपुर के किशोरी राय, जवाहर राय, लखिन्द्र राय, गिरधर राय, योगेंद्र राय, नागेंद्र दास, विष्णु राम, भारत राम, लगुनिया के सोनू राय, लखेन्द्र राय, दरबेश राय, राजेन्द्र राय का घर गंडक नदी में समाहित हो गया है. बाकी बचे दर्जनों घर के लोग अपने आशियाना को उजाड़ कर सामान को ट्रैक्टर से ढुलाई करने में जुटे है. ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा प्रयास किया गया. लेकिन कोई लाभ नही मिल सका. कटाव रोधी कार्य चलता रहा और कटाव निरंतर बढ़ता रहा. आज स्थिति है कि घर नदी में समाहित होने लगी है. पदाधिकारी जन प्रतिनिधि मूकदर्शक बने हैं. जिले के अधिकारी आते है केवल अश्वासन देकर चले जाते है. अपना अशियाना छोड रहे ग्रामीणों ने डीएम से सरकारी भूमि उपलब्ध कराने की मांग की है तथा आपदा सुविधा उपलब्ध कराने की गुहार लगायी है. मालूम हो कि गत 15 दिनों से नदी में कटाव जारी है. लेकिन कटाव नही रोका जा सका है. जिससे ग्रामीण पलायन करने को विवश हो गये हैं.
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