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Chhapra News : बनियापुर में संचालित अवैध नर्सिंग होम सील, संचालक और सहायक हुए फरार

Chhapra News : जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन द्वारा मंगलवार को बनियापुर में अवैध नर्सिंग होम संचालक के विरुद्ध सघन छापेमारी अभियान चलाया गया. इस दौरान एक नर्सिंग होम को सील कर दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 9:22 PM

बनियापुर. जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन द्वारा मंगलवार को बनियापुर में अवैध नर्सिंग होम संचालक के विरुद्ध सघन छापेमारी अभियान चलाया गया. इस दौरान एक नर्सिंग होम को सील कर दिया गया. जबकि छापेमारी की सूचना मिलते ही ज्यादातर नर्सिंग होम संचालक शटर बंद कर फरार हो गये. जिससे प्रशासन को बहुत हद तक सफलता नहीं मिल सकी. छापेमारी टीम में रेफरल अस्पताल बनियापुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एमएम जाफरी, सीओ दीनानाथ कुमार, बीडीओ रमेन्द्र कुमार, अपर थानाध्यक्ष टुनटुन कुमार, डायल112 की टीम, स्वास्थ्य प्रबंधक अजित कुमार सहित अन्य संबंधित कर्मी शामिल रहे. चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि सिविल सर्जन के द्वारा सूचना दी गयी थी कि बनियापुर बाजार के समीप स्थित मां इमरजेंसी हॉस्पिटल में अवैध रूप से मरीज का ऑपरेशन किया जा रहा है. जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रशासन के द्वारा छापेमारी की गयी. इस वक्त ऑपरेशन तो नहीं हो रहा था, मगर दो दिन पूर्व में ऑपरेशन किये हुए मरीजों को ब्लड व सलाइन चढ़ाया जा रहा था. प्रशासन के पहुंचते ही नर्सिंग होम के सभी कर्मी फरार हो गये. तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी इलाजरत मरीजों को एम्बुलेंस से बेहतर इलाज के लिये सदर अस्पताल छपरा भेज दिया गया. साथ ही नर्सिंग होम को भी सील कर दिया गया. बगल में ही स्थित संजीवनी चिकित्सालय बंद पाया गया. मालूम हो कि चार दिन पूर्व गड़खा के मोतिराजपुर में फर्जी चिकित्सक द्वारा यूट्यूब से देखकर मरीज के पथरी का ऑपरेशन किया जा रहा था. जिससे मरीज की मौत हो गयी थी. जिसके बाद से जिला प्रशासन अवैध नर्सिंग होम के विरुद्ध सख्त है.

झोलाछाप डॉक्टरों का फैला है जाल, जिनकी नहीं है कोई प्रमाणिकता

स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्य बाजार बनियापुर में ही आधा दर्जन से अधिक अवैध नर्सिंग होम संचालित है. जबकि दूर-दराज के इलाकों में ऐसे दर्जनों नर्सिंग होम चल रहे है. जिनकी कोई प्रमाणिकता नही है. इन नर्सिंग होम में न तो मान्यता प्राप्त डॉक्टर है, न ही प्रशिक्षित नर्स. इन अवैध संचालकों पर लगाम लगाने को लेकर मेडिकल विभाग के वरीय पदाधिकारी व प्रशासन के द्वारा कारगर कदम नहीं उठाये जाने से इन लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है. कुछ लोगों ने नाम नही छापे जाने के शर्त पर बताया कि इन अवैध संचालकों का जाल दूर तक फैला है. जिसमें स्वास्थ्य विभाग के निचले स्तर के कई कर्मी शामिल हैं. ये लोग भोलेभाले मरीजों को बहला-फुसलाकर इन नर्सिंग होम तक लाते है. जहां मरीजों को बरगलाकर मोटी रकम की उगाही की जाती है एवं कार्य के अनुसार सबके लिये कमीशन तय की गयी है.

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