छपरा. पटना से स्वास्थ्य विभाग की एक टीम शनिवार को छपरा सदर अस्पताल पहुंचकर अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद के साथ बैठक की. बैठक में अस्पताल में मौजूद व्यवस्थाओं की जानकारी ली. टीम के वरीय सदस्य प्रभाकर सिन्हा ने बताया कि जिन अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी है. वहां वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से चिकित्सकों की कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि डिप्लोमा आफ नेशनल बोर्ड के माध्यम से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड द्वारा पढ़ायी करायी जाती है. जिसके अंतर्गत पीजी व पोस्ट डॉक्टररोल की व्यवस्था उपलब्ध है. सदर अस्पताल छपरा में भी इस कोर्स का प्रारंभ कराया जायेगा. यह कोर्स तीन साल का होता है. इसके अंतर्गत प्रशिक्षित डॉक्टर कई गंभीर बीमारियों की सर्जरी भी कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि सूबे के 11 जिलों के सदर अस्पताल में इसके तहत पढ़ाई की व्यवस्था शुरू है. छपरा अस्पताल में भी जल्द ही इसकी पढ़ाई होगी. पूर्व में बेगूसराय, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी, गोपालगंज, रोहतास आदि जिलों में इसे शुरू किया गया है. सबसे पहले सदर अस्पताल में शिशु रोग, प्रसूति एवं मातृ रोग से संबंधित पढ़ाई होगी. टीम ने इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की बात की और प्रबंधक के साथ विमर्श किया.
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