Saran News : 102 किमी की परिधि में होगा छपरा आयोजना क्षेत्र, ड्रोन से सर्वे शुरू
डीएम सह अध्यक्ष आयोजना क्षेत्र प्राधिकार द्वारा 22 नवंबर को दिये गये आदेश के तहत संपूर्ण छपरा आयोजना क्षेत्र का ड्रोन से सर्वे कराया जायेगा. नगर आयुक्त ने डीएम के आदेश पर कार्यपालक अभियंता, नगर विकास प्रमंडल-01 छपरा को इस कार्य को पूरा कराने का आदेश दिया है.
छपरा. डीएम सह अध्यक्ष आयोजना क्षेत्र प्राधिकार द्वारा 22 नवंबर को दिये गये आदेश के तहत संपूर्ण छपरा आयोजना क्षेत्र का ड्रोन से सर्वे कराया जायेगा. नगर आयुक्त ने डीएम के आदेश पर कार्यपालक अभियंता, नगर विकास प्रमंडल-01 छपरा को इस कार्य को पूरा कराने का आदेश दिया है. उन्होंने कार्यपालक अभियंता को अपने तकनीकी मार्गदर्शन में संपूर्ण छपरा आयोजना क्षेत्र प्राधिकार का ड्रोन से सर्वे तीन दिनों के अंदर कराते हुए प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा है. इस काम में सहयोग के लिए छपरा नगर निगम के सहायक नगर योजना पर्यवेक्षक अनीश कुमार राय को प्राधिकृत किया है.
25 दिन पहले डीएम ने लिया था निर्णय
जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में बीते 22 नवंबर को छपरा आयोजना क्षेत्र प्राधिकार की बैठक हुई थी, जिसमें अमृत योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा छपरा आयोजना क्षेत्र प्राधिकार की परिकल्पना के आधार पर इसका विकास करने का निर्णय हुआ था.इस प्राधिकार के माध्यम से छपरा के लिए जीआइएस पर आधारित मास्टर प्लान 2040 का तैयार किया जाना है. इसके लिए विशेषज्ञ कंसलटेंट के रूप में एनएफ इंफ्राटेक को नियुक्त किया गया है. छपरा आयोजना क्षेत्र प्राधिकार में छपरा नगर निगम, रिविलगंज नगर पंचायत एवं 65 ग्राम को शामिल किया गया है. इसका प्रस्तावित क्षेत्रफल लगभग 102 वर्ग किलोमीटर है. जिलाधिकारी ने कहा था कि छपरा शहर की दो मुख्य समस्याओं में यातायात एवं जलजमाव हैं. इसमें सुधार लाने के लिए कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने कंसल्टेंट एजेंसी को वर्तमान में प्रक्रियाधीन एवं प्रस्तावित योजनाओं को ध्यान में रखते हुए भविष्य के लिए बेहतर ट्रांसपोर्ट एवं ड्रेनेज सिस्टम की परिकल्पना को प्लान में समाहित करने को कहा था.इन बिंदुओं पर दिया गया है सुझाव
संबंधित विभिन्न क्षेत्रों आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक, इंस्टीट्यूशनल एरिया, रिक्रिएशनल गतिविधियों को विकसित करने के लिए संभावित क्षेत्रों के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिया गया था. इन सुझावों के आधार पर प्लान को भविष्य में व्यावहारिक रूप से अमल किये जाने योग्य बनाने पर जोर दिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है