छपरा(कोर्ट) . व्यवहार न्यायालय छपरा के कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहें. जिसके कारण व्यवहार न्यायालय में किसी भी न्यायालय में कोई भी सुनवाई गवाही या कोई अन्य कार्रवाई नहीं हुई. न्यायालय का काम ठप रहा. व्यवहार न्यायालय के इजलास का दरवाजा तक नहीं खुला. न्यायालय परिसर में पूर्णतया सन्नाटा पसरा था. हड़ताल की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों में हो जाने के कारण ग्रामीण क्षेत्र से भी कम ही लोग आये थे. सभी न्यायिक पदाधिकारी अपने-अपने चेंबर में बैठे रहे. पक्षकार से ज्यादा अधिवक्ता ही न्यायालय परिसर में घूमते नजर आये. न्यायालय कर्मी अपने मांगों को लेकर न्यायालय परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे थे और अपनी मांगों को अति शीघ्र पूरा करने की मांग बिहार सरकार से कर रहे थे. व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हीरा नाथ ठाकुर एवं रवि प्रकाश तथा सचिव श्रवण कुमार ने कहा कि जब तक बिहार सरकार हम लोगों की चार सूत्री मांग नहीं मानती है. तब तक हम सब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर ही रहेंगे. जिन लोगों के परिजन जेल में है या उनकी जमानत की सुनवाई होनी थी या जमानत बंध पत्र दाखिल करना है. काफी मायूस होकर अपने काम को कराने के लिए न्यायालय परिसर में घूम रहे थे. उधर देर शाम हड़ताल समाप्त होने की सूचना आती रही. हालांकि संगठन द्वारा इसकी पुष्टी नहीं हो सकी.
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