छपरा जंक्शन पर सेल्स टैक्स विभाग की छापेमारी से संबंधित प्रभात खबर में छपी खबर का कुछ ऐसा असर हुआ कि पांच दिनों से जिस जब्त माल का दावेदार सामने नहीं आ रहा था, वह सामने आ गया. यानी की प्रभात खबर ने टैक्स चोरी करने वालों और बचाने वाले कुछ अफसर की एक न चलने दी, उनके मनसूबे पर पानी फेर दिया. सेल्स टैक्स विभाग की प्रशासनिक इकाई के अधिकारियों ने दावेदार के सामने आने के बाद रेलवे पार्सल कोच को खुलवाया और उसमें मौजूद सामान की गिनती करायी और उसकी कीमत आंकी गयी.
जैसे ही अधिकारियों की टीम छपरा जंक्शन पर पहुंची और उन्होंने दावेदार के सामने पार्सल कोच में मौजूद सभी सामान को बाहर निकाला तो उनकी संख्या देख अधिकारियों की आंखें खली की खुली रह गयीं. पार्सल कोच में रेडिमेड कपड़े थे, जो कोलकाता से लाये गये थे. अधिकारियों ने 122 बोरा रेडिमेड कपड़े जब्त किये और उसकी कीमत आंकी गयी तो पता चला की लगभग 23 लाख का कपड़ा है. प्रभात खबर ने भी लगभग 20 लाख रुपये का अनुमान लगाया था. अधिकारियों की टीम ने जब्त रेडिमेड कपड़े की कीमत आंकने के बाद जुर्माना तय किया, जो लगभग ढाई लाख के आसपास हुआ. उसके बाद दावेदार से जुर्माना वसूली की कार्रवाई शुरू की गयी. देर शाम तक प्रक्रिया जारी थी. अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही जुर्माना जमा होगा, माल को रिलीज कर दिया जायेगा. दावेदार के द्वारा आंशिक रूप से कागजात दिखाये गये संपूर्ण कागजात नहीं दिखाया गया. इसके बाद जुर्माना तय कर दिया गया.
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