saran news. दिघवारा-शेरपुर सिक्सलेन पुल निर्माण में लगे कर्मियों से मारपीट, प्राथमिकी
पुल निर्माण कंपनी के परियोजना निदेशक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज, आरोपित ने कंपनी के ऊपर लैंड एग्रीमेंट के तहत काम नहीं करने का लगाया आरोप
दिघवारा . दिघवारा-शेरपुर सिक्स लेन पुल निर्माण में जुटी एसपी सिंगला कंपनी एक बार फिर सुर्खियों में है. बीते दिनों इस कंपनी के दिघवारा बेसकैंप पर कर्मियों के साथ हुई मारपीट व गोलीबारी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर निर्माण स्थल पर कार्य बाधित और मारपीट कर तीन कर्मियों को घायल किए जाने के आरोप को लेकर पुल निर्माण के परियोजना निदेशक हिरेन्द्र नाथ झा ने दिघवारा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दिघवारा थाने के मीरपुर गांव निवासी उपेन्द्र राय सहित मुकेश राय, धर्मेन्द्र राय, अमरेंद्र राय, संजय राय, गोरख प्रसाद समेत 10-12 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. प्राथमिकी में बताया गया है कि पिलर संख्या पी98 व 99 के निर्माण स्थल पर नामजदों ने पुल निर्माण को रोक दिया. इसके बाद घटना की जानकारी परियोजना निदेशक एनएचएआइ ,पीयूआइ छपरा को दी गयी, जिस पर जिला प्रशासन ने उपेंद्र राय द्वारा लगाए गए बैरियर को हटाकर कार्य स्थल को अनधिकृत अतिक्रमण से मुक्त कराया. प्राथमिकी में संवेदक के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने नामजद लोगों पर लाठी, डंडा हथियार आदि के बल पर कार्यालय के कागजात को नष्ट करने, कर्मियों को मारपीट घायल करने व मशीनों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है. इस संबंध में पूछे जाने पर उपेंद्र राय ने बताया कि कंपनी से लगभग 68 बीघा जमीन का एग्रीमेंट पांच साल की अवधि के लिए हुआ था और एक साल के अंदर एग्रीमेंट का निबंधन कराना था, मगर कंपनी ने ऐसा नहीं किया. इतना ही नहीं हर साल एग्रीमेंट के तहत मिलने वाली 34 लाख 70 हजार रुपये में से कंपनी से केवल 22 लाख रुपये का ही भुगतान किया. एग्रीमेंट में हर साल तय राशि को एक से दस जुलाई के बीच भुगतान करना था, मगर कंपनी ऐसा भी नहीं कर सकी. इसी को लेकर दुर्भावना से ग्रसित होकर कंपनी द्वारा दबाव बनाने के लिए मेरे और मेरे सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी का सहारा लिया जा रहा है.
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