छपरा. इस बार धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी की. खरीदारी के शुभ मुहूर्त में लोगों ने पूरे उत्साह के साथ ज्वेलरी, ऑटोमोबाइल, फर्नीचर, क्रॉकरी व पीतल के समान लिए. बर्तन व इलेक्ट्रॉनिक सामानों की दुकानों पर लोग सुबह से ही खरीदारी के लिए पहुंचे थे. साहेबगंज व हथुआ मार्केट में स्थित बर्तन की दुकानों में भीड़ नजर आयी. करीब 150 करोड़ का कारोबार शहर के बाजारों में हुआ. छठ महापर्व को लेकर पीतल के कलसुप व थाली की काफी डिमांड रही. आठ सौ से लेकर 2500 तक के पीतल के कलसुप मार्केट में उपलब्ध है. धनतेरस के दिन ही लोगों ने छठ के लिए कलसुप की खरीदारी की. सलेमपुर स्थित इलेक्ट्रॉनिक बाजार में एलइडी टीवी व अन्य उपकरणों की भी रिकॉर्ड बिक्री हुई. एलइडी विक्रेता शंभू कुमार ने बताया कि 32 इंच एलइडी स्क्रीन की डिमांड रही. कुछ दुकानों में एक्सचेंज ऑफर चल रहे हैं. जिसके बाद लोगों ने पुराने टेलीविजन को देकर नया टेलीविजन खरीदा. वहीं नगरपालिका चौक पर भी भीड़ दिखी. यहां की एक दुकान से लैपटॉप खरीदने आये युवक ने बताया कि पिछले एक साल से वह पॉकेट मनी जमा कर रहा था. वहीं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गुड्स के शो रूम में भी काफी बेहतर कारोबार रहा. दरोगा राय चौक व सलेमपुर के शो रूम में धनतेरस के दिन मेले जैसा नजारा देखने को मिला. जीरो परसेंट ब्याज व आकर्षण एक्सचेंज ऑफर ने ग्राहकों का ध्यान आकर्षित किया. शहर के डाक बंगला रोड स्थित एक ब्रांडेड कम्पनी के शो रूम में खरीदारी करने आयी युवती ने रेफ्रिजरेटर लिया. इस खरीदारी पर उन्हें एक स्क्रैच कार्ड मिला. जिसपर उन्हें उपहार स्वरूप मिला.
बाइक खरीदने के लिए लगी रही लंबी कतार
शहर के सभी प्रमुख ऑटोमोबाइल्स के शो रूम में बाइक खरीदने के लिये सुबह से ही दूर दराज से लोग पहुंचे थे. जिनलोगों ने पहले से ही बुकिंग करा रखी थी उन्हें आसानी से बाइक मिल गयी. वहीं अन्य लोगों को देर शाम तक इंतजार करना पड़ा. इसके अतिरिक्त लोगों ने बैंक में फिक्स डिपॉजिट भी किया साथ ही कई पॉलिसी बॉन्ड की खरीदे. धनतेरस के दिन लोग धन और आरोग्य के स्वामी धनवंतरी की पूजा करते हैं. इस दिन कुबेर की पूजा भी की जाती है. इस दिन ही भगवान धनवन्तरी का जन्म हुआ था जो समुन्द्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे. इसी कारण धनवन्तरी को औषधी का जनक भी कहा जाता है. धनतेरस के दिन सोने-चांदी के बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है. बाजारों में बढ़ी भीड़ को देखते हुए सभी बाजारों व चौक-चौराहों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे. शाम के समय जाम की समस्या से लोगों को थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ी.आभूषण दुकानों में रात तक होती रही खरीदारी
धनवंतरी की पूजा के बाद दुकानों में बिक्री का दौर शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा. शहर के सभी छोटे बड़े स्वर्ण व्यवसायियों व डिजाइनर ज्वैलरी शो रूम संचालकों ने लोगों को धनतेरस के अवसर पर उनके पसंद के आभूषण उपलब्ध कराने के लिए पूरी तैयारी की थी. आभूषण दुकानों में आकर्षक व डिजाइनर रेंज के गहने ग्राहकों के लिये उपलब्ध कराये गये. कई दुकानों में तो निश्चित उपहार योजना के तहत हर खरीदारी पर इनाम दिये गये वहीं गहनों की खरीद पर विशेष छूट भी मिली. बर्तन के दुकानों पर भी खास इंतजाम किये गये थे. शहर के साहेबगंज, सोनारपट्टी, मौना चौक, गुदरी बाजार, हथुआ मार्केट जैसे प्रमुख बाजारों में स्थित बर्तन दुकानों में लेटेस्ट रेंज उपलब्ध कराये गये. शहर के श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स, प्रकाश ऑर्नामेंट, तनिष्क, न्यू जे अलंकार, अशोक अलंकार आदि दुकानों में काफी चहल-पहल रही. आभूषण के कारोबार में गत वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत कमी रही. श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स के वरूण प्रकाश ने बताया कि सोने-चांदी के आभूषणों की डिमांड कम रही. हालांकि स्वर्ण बाजार में ओवरऑल करीब 50 करोड़ के गहने बिके हैं. चार पहिया वाहनों का कारोबार भी करीब 20 करोड़ तक रहा. इसमें प्राइवेट व कमर्शियल वाहने भी शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है