Chhapra News : परसा में बने कलसुप व दउरा की दिल्ली व कोलकाता तक डिमांड
Chhapra News : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के आगमन को लेकर पूरे क्षेत्र में तैयारियां जोरों पर हैं. विभिन्न छठ घाटों की साफ-सफाई और मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है.
परसा. लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के आगमन को लेकर पूरे क्षेत्र में तैयारियां जोरों पर हैं. विभिन्न छठ घाटों की साफ-सफाई और मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है. जिससे श्रद्धालु बिना किसी बाधा के पूजा-अर्चना कर सकें. वहीं छठ पूजा के दौरान उपयोग की जाने वाली सामग्रियों जैसे कलसुप, डगरा, दउरा का निर्माण भी कारीगरों द्वारा किया जा रहा है. लालापुर निवासी मनोज बासफोर, कुसुन बासफोर, पार्वती देवी, विनोद बासफोर, हरिलाल बासफोर, रीता देवी, शोभा देवी आदि कारीगरों ने बताया कि छठ महापर्व के अवसर पर इन सामग्रियों की मांग बहुत अधिक होती है. बड़ी संख्या में लोग इन पारंपरिक सामग्रियों को खरीदते हैं, जिसे देखते हुए कारीगर तीन माह पहले से ही निर्माण कार्य में जुट जाते हैं. दिन-रात मेहनत कर यह सुनिश्चित करते हैं कि पर्याप्त मात्रा में सामान उपलब्ध रहे. इन सामग्रियों को न केवल स्थानीय लोग खरीदते हैं, बल्कि सोनपुर हाजीपुर, पटना, मुजफ्फरपुर, छपरा, कोलकाता, दिल्ली समेत कई क्षेत्रों से व्यपारी व आसपास के भी लोग लेने आते हैं. कारीगरों ने कहा कि अपना जीवन यापन करने के लिए पूरे परिवार तीन माह पहले से ही इसके निर्माण कार्य में हम लोग जुट जाते हैं और प्रत्येक दिन बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं. लेकिन इस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. जिससे हम लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. सरकार को हम लोगों पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है ताकि सही से अपना जीवन यापन कर सकें.
छठ पूजा में सामग्रियों की मांग बढ़ी
छठ पूजा में सूप और दउरे का विशेष महत्व होता है, जिन्हें बांस और प्राकृतिक सामग्रियों से बनाया जाता है. कारीगरों का कहना है कि इन वस्तुओं की मांग हर साल बढ़ती जा रही है, जिससे उनकी बिक्री में इजाफा होता है. कारीगर बताते हैं कि पूजा से पहले ही व्यापारियों द्वारा बड़ी संख्या में ऑर्डर दिये जाते हैं. कई ग्राहक तो परिवार सहित यहां पहुंचकर सीधे कारीगरों से वस्तुएं खरीदते हैं.घाटों की सफाई व प्रशासनिक तैयारियां जोरो पर
प्रशासन की ओर से छठ पूजा को लेकर सुरक्षा और स्वच्छता के विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं. घाटों की सफाई के साथ-साथ पानी की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि घाटों पर पर्याप्त रोशनी और सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है