छपरा
. शहर में भगवान बाजार भरत मिलाप चौक पर भरत मिलाप का आयोजन किया गया. रात में भाई श्रीराम व भरत जब आपस में गले मिले तो सबकी आंखे नम हो गयी. राम और भरत ने एक दूसरे की कुशल पूछी. भरत ने पूछा भैया आप हमें छोड़कर क्यों चले गये. सभी अयोध्यावसी अनाथ हो गए हैं. यह कहकर भरत बिलख-बिलख कर रोने लगे. भाई को रोता देख श्रीराम भी भाव विहवल हो गये. सिने से लगा लिया. दोनों की आंखों से प्रेम की आंसूधारा बह चली. आंखों की मूल भाषा ने एक दूसरे के दर्द और भाव को समझा. श्रद्धालुओं ने भी भातृप्रेम कि इस अनुपम दृश्य देख खुद को रोक नहीं पाये. इधर व्याकुल भरत को समझाते हुए श्रीराम ने रुंधे गले से माताओं- पिता का हाल पूछा और सबकी खैर जानी. दोनों भाइयों देर तक गले लग रहे. इससे पहले भरत मिलाप को लेकर भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. भरत, शत्रुघ्न के साथ भाई भगवान राम से मिलने के लिए के पूरे लाव लश्कर के साथ निकली. हाथी, घोड़ा बैंड बाजा के साथ भरत जी की शोभायात्रा निकली. इससे पहले मुख्य अतिथि छपरा नगर निगम पूर्व महापौर राखी गुप्ता व समाजसेवी ममता सिन्हा ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया. उन्होंने कहा की भाई भरत और मर्यादा पुरुषोत्तम राम का हमारे लिए आज भी आदर्श है. मौके पर उपमेयर रागिनी देवी, सीएस अमित कुमार व डॉ नेहा पांडे, भरत मिलाप कमेटी के अध्यक्ष हरेंद्र यादव, सोनू यादव, अशोक राय, जितेंद्र राय, लक्ष्मण राय, विनोद यादव, कृष्ण प्रसाद, रवि कुमार, दिलीप कुमार, जावेद सलीम सौम्या सौरभ व अन्य उपस्थित थे.
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