छपरा. सावन की दूसरी सोमवारी पर जिले के विभिन्न शिवालयों तथा प्राचीन मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी. सुबह चार बजे से ही अधिकतर शिवालयों में जलाभिषेक का कार्यक्रम शुरू हो जायेगा. इसे लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की गयी हैं. सोनपुर के हरिहर नाथ मंदिर, शिल्हौड़ी के शिव मंदिर, जनता बाजार स्थित बाबा ढोंध नाथ मंदिर, छपरा शहर के ऐतिहासिक धर्मनाथ मंदिर तथा दहियावां स्थित उमानाथ मंदिर दधिचि आश्रम में भी जलाभिषेक को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. पूरे मंदिर प्रांगण को सजाया गया है. वहीं सभी मंदिरों में सोमवार की शाम भगवान शिव का विशेष श्रृंगार किया जायेगा. दिघवारा के आमी में स्थित मां अंबिका भवानी मंदिर में भी सोमवारी को काफी भीड़ उमड़ती है. इस मंदिर प्रांगण में स्थित विशाल शिव की प्रतिमा के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में शिव भक्तों पहुंचते हैं. सभी मंदिरों में भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. जिला प्रशासन के निर्देश पर सभी प्रमुख शिवालयों व मंदिरों की सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गयी है. सभी मंदिरों के प्रवेश मार्ग पर मंदिर प्रबंधन की ओर से भी वॉलिंटियर तैनात किये जायेंगे. जिन मंदिरों में प्रवेश के रास्ते संकरे हैं. वहां महिला व पुरुष श्रद्धालुओं को अलग-अलग कतार लगाकर प्रवेश कराया जायेगा. नैनी के द्वारिकाधीश मंदिर में भी जुट रही भीड़ कुछ साल पहले ही छपरा शहर से पांच किलोमीटर दूर नैनी गांव में करीब 10 करोड़ की लागत से विशाल द्वारिकाधीश मंदिर का निर्माण कराया गया है. इस मंदिर में भगवान शिव की भी प्रतिमा स्थापित है. यह मंदिर काफी भव्य होने के कारण टूरिस्ट स्पॉट के रूप में उभर रहा है. सामान्य दिनों में भी यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. वहीं सावन के महीने में देवी- देवताओं के दर्शन के लिए भी श्रद्धालु आ रहे हैं. मंदिर के मध्य में भगवान कृष्ण की प्रतिमा स्थापित की गयी है. वहीं इसके बगल में भगवान शिव, मां दुर्गा, गणेश, बजरंगबली आदि देवी-देवताओं की भी प्रतिमा है. यह पूरा मंदिर संगमरमर से बना हुआ है.
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