दिघवारा . छठ पर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान में अभी वक्त है. ऐसे में समय पूर्व गंगा घाटों को ठीक किए जाने की दरकार है. नगर पंचायत के कई ऐसे गंगा घाट हैं, जहां तक पहुंचने के लिए व्रतियों व श्रद्धालुओं को परेशानी होगी. घाटों तक पहुंचने के रास्ते खतरनाक हैं और वाहनों का गंगा के किनारे तक पहुंचना मुश्किल लग रहा है. कुछ ऐसा ही हाल नगर के बसतपुर के सामने गंगा घाट का है जहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को इम्तिहान देना होगा. रास्ते का दलदल व कीचड़ श्रद्धालुओं के सब्र की परीक्षा लेगा और इस घाट तक पहुंचने के रास्ते को आवागमन के लायक बनाने के लिए नगर प्रशासन को खूब काम करना होगा.
घाट जाने के रास्ते में दलदल व कीचड़
व्रतियों व श्रद्धालुओं को नगर के बसतपुर के गंगा घाट तक पहुंचने के लिए परेशानी झेलनी पड़ेगी. पूर्वी रेलवे ढाला से अशोक सिंह के घर के रास्ते या फिर बसतपुर के रास्ते इस गंगा घाट तक पहुंचने के लिए लोगों को दलदल और कीचड़ से संघर्ष करना होगा. लंबी दूरी तक कीचड़ होने से यहां से गुजरकर घाट जाने में श्रद्धालुओं को परेशानी होगी. यहां से चार पहिया वाहन व बाइक आदि को घाटों तक पहुंचने के लिए रास्तों को बनाना होगा.नगर प्रशासन को यहां भी रास्ता बनाने में मेहनत करना होगा. हालांकि अन्य घाटों की तरह यहां न तो मिट्टी का कटाव है और न ही बाढ़ का पानी जमा है जो बड़ी राहत की बात है.कई वार्डों के श्रद्धालु इसी घाट पर पहुंचकर देते हैं सूर्य को अर्घ, मांगते हैं खुशहाली की मन्नत
नगर के बसतपुर के गंगा घाट पर नगर के कई वार्डों के श्रद्धालु अर्घ देने के लिए पहुंचते हैं.वार्ड 13 के अंबेडकर चौक के अलावे वार्ड 16 और वार्ड 18 के श्रद्धालु इस घाट पर पहुंचकर अस्ताचलगामी और उगते सूर्य को अर्घ देकर पारिवारिक खुशहाली की कामना करते हैं.यह घाट काफी महत्वपूर्ण माना जाता है और यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु अर्घ्य देने पहुंचते हैं.क्या कहते हैं पदाधिकारी
नगर क्षेत्र के अधिकांश गंगा घाटों की स्थिति का जायजा लिया हूं. बसतपुर घाट और यहां तक पहुंचने के रास्ते को भी समय से पहले ठीक कर लिया जाएगा. व्रती व श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधा देने के लिए नगर प्रशासन प्रतिबद्ध है. रौशन कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, दिघवाराडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है